औरंगाबाद कार्यालय. लेवी को लेकर नवीनगर में नहर निर्माण का कार्य बंद कराने और धमकी देने के मामले में शामिल आठ नक्सलियों को जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस व अन्य सामग्री जब्त की गयी है. गिरफ्तार नक्सलियों में सात नक्सली औरंगाबाद, जबकि एक नक्सली झारखंड के पलामू जिले का रहने वाला है. नक्सलियों की गिरफ्तारी से कई खुलासे हुए हैं. गिरफ्तार नक्सलियों में औरंगाबाद जिले के नवीनगर थाना क्षेत्र के बेला खैरा गांव निवासी संतन राम का पुत्र बल्ली राम, माली थाना क्षेत्र के बिरवाल बिगहा गांव निवासी रामचंद्र यादव का पुत्र मिथिलेश यादव, टंडवा थाना क्षेत्र के बेनी गांव निवासी बिगन राम का पुत्र नरेश राम, माली थाना क्षेत्र के बैरिया गांव निवासी विजेंद्र पाल का पुत्र कृष्णा पाल, बड़ेम थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव निवासी भगवान सिंह का पुत्र मिथिलेश सिंह, माली थाना क्षेत्र के जसोइया गांव निवासी रघुनाथ सिंह का पुत्र लालू सिंह, नरारीकलां खुर्द थाना क्षेत्र के कुड़वा गांव निवासी स्व विनय सिंह का पुत्र छोटन कुमार और झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के चापनकर गांव निवासी विक्रम सिंह का पुत्र छोटू सिंह उर्फ राकेश कुमार सिंह शामिल है.
गिरफ्तार नक्सलियों के पास से बरामद सामान
लॉन्ग रेंज- चार राइफल
थ्रीनट-एक राइफलकारतूस-13
चितकबरा वर्दी- सातमैनपैक -एक
भाकपा माले का लेटर हेडझारखंड जन मुक्ति मोर्चा परिषद का लेटर हेड
लेवी मांगने वाला मोबाइल फोनलेवी रसीद, पर्ची व डायरी
एसडीपीओ के नेतृत्व में बनी थी विशेष टीम
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी अंबरीष राहुल ने आठ नक्सलियों की गिरफ्तारी और हथियार के साथ अन्य सामग्री की बरामदगी से संबंधित जानकारी साझा की. एसपी ने कहा कि इसी माह सात मार्च को नवीनगर थाना क्षेत्र में नहर निर्माण कर रही कंपनी के संवेदक से चितकबरा वर्दी पहने आठ से 10 हथियारबंद नक्सलियों द्वारा भाकपा माओवादी का पर्चा सौंपते हुए लेवी की मांग की गयी थी. इस संबंध में नवीनगर थाना में कांड संख्या 73/25 दर्ज की गयी थी. घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. टीम द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी की गयी. अंतत: घटना में शामिल सभी नक्सलियों की पहचान की गयी. 23 मार्च को तीन नक्सली मिथिलेश सिंह, लालू सिंह और छोटन कुमार को गिरफ्तार किया गया. इनकी निशानदेही पर अन्य पांच नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई. पूछताछ के क्रम में सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, चितकबरा वर्दी आदि सामान बरामद किया गया.सरकारी संवेदकों व किसानों से मांगते थे लेवी
एसपी ने बताया कि पूछताछ के क्रम में नक्सलियों ने कई खुलासे किये हैं. वे सरकारी प्रोजेक्ट के संवेदकों के अलावा ईंट भट्ठा मालिकों से लेवी मांगते थे. सोन दियारा क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों से भी लेवी लेते थे.
कई नक्सलियों से थे संबंध
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों ने स्वीकार किया है कि उनके संबंध कई बड़े नक्सलियों से थे. कुख्यात नक्सली राजेंद्र सिंह, बीरबल पासवान, एनुल मियां, सीताराम रजवार उर्फ रमन जी, नीतेश यादव से गंभीर संबंधों की बात स्वीकार की है. भाकपा माओवादी संगठन, झारखंड जन मुक्ति मोर्चा परिषद एवं टीपीसी के सक्रिय सदस्य रहने और अन्य सदस्य अरविंद राम व संजय राम के साथ भी अपने संबंधों को स्वीकार किया है. एसपी ने बताया कि नरेश राम उर्फ नवीन के खिलाफ झारखंड के हुसैनाबाद थाना के अलावा अन्य चार कांड दर्ज हैं. कृष्णा पाल के खिलाफ मदनपुर थाने में दो मामले दर्ज हैं. नक्सलियों के पास से बरामद लेवी रसीद से और भी कई खुलासे होंगे. प्रेसवार्ता में एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के अलावा अन्य पुलिस के पदाधिकारी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है