औरंगाबाद कार्यालय. प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन 13वां नेशनल काउंसिल मीट 14 से 16 जून तक सिलीगुड़ी में संपन्न हुआ. इस सम्मेलन में देशभर से आये शिक्षाविदों, स्कूल निदेशकों और विशेषज्ञों ने भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी विकास वैभव और कटिहार के सांसद तारिक अनवर शामिल थे. एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शमायल अहमद की अध्यक्षता में आयोजन हुआ. कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आये अतिथियों और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रमुख लोगों की उपस्थिति रही. इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य प्री-स्कूल फैसिलिटेटर्स और केयरगिवर्स के लिए स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग रहा, जिसमें शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली, बेसिक लाइफ स्किल्स, सामाजिक-भावनात्मक विकास, शारीरिक शिक्षा तथा भाषाई कौशल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण दिया गया. मुख्य अतिथि विकास वैभव ने कहा कि निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे आज हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने देश की प्रगति के लिए बच्चों को जॉब क्रिएटर के रूप में तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को प्रैक्टिकल जीवन से जोड़ें और उनमें उद्यमशील सोच का विकास करें.सांसद तारिक अनवर ने अपने संबोधन में कहा कि निजी विद्यालय सरकार के शैक्षिक उद्देश्यों के सहयोगी हैं. सरकार को चाहिए कि वह प्राइवेट स्कूलों को साझेदार माने, क्योंकि वे देश के शैक्षिक विकास में अहम योगदान दे रहे हैं. सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के प्रशंसनीय शिक्षकों, और शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्ट कार्यशैली और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया. साथ ही, यह भी संदेश दिया गया कि अभिभावक केवल अंकों पर ज़ोर न देते हुए बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करें.यह तीन दिवसीय सम्मेलन न केवल एक शैक्षिक संगोष्ठी रहा, बल्कि भविष्य की शिक्षा प्रणाली को एक नयी दिशा देने वाला महत्वपूर्ण प्रयास भी सिद्ध हुआ.
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