अंबा. माई बहिन सम्मान योजना का रजिस्ट्रेशन करने गयी महिला कार्यकर्ता की मुखिया द्वारा पिटाई करने का मामला प्रकाश में आया है. जख्मी महिला का प्राथमिक इलाज रेफरल अस्पताल कुटुंबा में कराया गया. वहां चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर देखते हुए महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया है. फिलहाल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चिकित्सकों ने बताया कि महिला को पेट व सीने में गंभीर अंदरुनी चोटें आयी है. मामला कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा बगाही पंचायत अंतर्गत मुरौली गांव से जुड़ा है. जख्मी महिला कार्यकर्ता सिंधु देवी थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव निवासी अजय कुमार मेहता की पत्नी है. महिला ने बताया कि वह कांग्रेस कार्यकर्ता है. पार्टी द्वारा माई बहिन सम्मान योजना के लिए महिलाओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए उसे प्रशिक्षण दिया गया था. इसके साथ ही उसे गांव-गांव में घूम-घूम कर महिलाओं को योजना की जानकारी तथा उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने का निर्देश पार्टी के वरीय नेताओं द्वारा दिया गया था. शनिवार को बगल के गांव मुरौली में माई बहिन सम्मान योजना के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए उसे बुलाया गया था. गांव में जाकर एक चबूतरे के पास रजिस्ट्रेशन का कार्य कर रही थी. तभी मुखिया एवं उनके चार-पांच साथी जाकर उसके साथ जोर जबरदस्ती करने लगे. उसने पंचायत के मुखिया तोहिद आलम तथा उसके पिता सौकत अली पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. महिला ने बताई की किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई तथा घटना की जानकारी डायल 112 को दी. सूचना पर पहुंची 112 की टीम की मदद से उसे इलाज के लिए कुटुंबा रेफरल अस्पताल ले जाया गया. मारपीट में घायल महिला द्वारा एफआईआर के लिए कुटुंबा थाना में लिखित आवेदन दिया गया है. जिसमें मुखिया तौहीद आलम और उनके पिता शौकत अली को नामजद आरोपी बनाई है. इस संबंध में पूछने पर थाना अध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. जांच पड़ताल के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.
दो महीना पहले आवास सहायक की हुई थी पिटाई
पिपरा बगाही मुखिया पर पहले भी दबंगई व मारपीट करने का मामला आया है. दो महीना पहले मुखिया व उनके सहयोगी द्वारा आवास सहायक की जमकर पिटाई की गयी थी. इसके साथ ही रजिस्टर एवं अन्य कागजात भी फाड़ दिये थे. इस मामले में आवास सहायक द्वारा थाना में आवेदन देकर एफआईआर भी दर्ज कराया था. हालांकि, आवास सहायक की पिटाई मामले में अब तक मुखिया की गिरफ्तार नहीं की गई है. इसके पहले भी मुखिया के विरुद्ध कुटुंबा थाना में वर्ष 2017 में 17 सीएलए एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
कांग्रेस प्रदेश ने कहा-कार्रवाई करे पुलिस
इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह कुटुंबा विधायक राजेश कुमार ने बताया कि महिलाओं के सम्मान में कांग्रेस द्वारा माई बहिन मान योजना चलाया जा रहा है. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो ऐसी महिलाओं को 2500 रू का लाभ दिया जाना है. कार्यकर्ता गांव-गांव घूम-घूम कर सभी जाति के गरीब महिलाओं का रजिस्ट्रेशन कर रहे है. माई बहन सम्मान योजना का रजिस्ट्रेशन करने गई महिला कांग्रेस कार्यकर्ता के साथ मुखिया द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है. पुलिस को मामले की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
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