Bihar News: औरंगाबाद जिले के नगर थाना पुलिस द्वारा चोरी की वाहन खरीद बिक्री मामले में फरार चालक सिपाही बलिराम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है. उसे मंगलवार न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. यह गिरफ्तारी शहर के पुलिस लाइन के पीछे रामराज्य नगर से हुई है. मिली जानकारी के अनुसार यह भोजपुर जिले के विहिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मण नगर का निवासी है. गिरफ्तारी के बाद उसके कई कारनामें उजागर हुए हैं. जानकारी मिली है कि वह निलंबित अवधि में दारोगा की वर्दी पहनकर बेरोजगारों को ठगने का धंधा कर रहा था. बेरोजगारों से ठगी के लिए दारोगा का जाली आइकार्ड और मुहर बनाए हुए था. पुलिस सब इंस्पेक्टर की वर्दी (बैंच सहित) सिलवाकर वह अपने घर में रखे हुए था.
प्रलोभन देकर करता था ठगी
नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह के अनुसार जेल भेजा गया चालक सिपाही पुलिस पदाधिकारी का जाली पहचान पत्र बनाकर स्वयं को पुलिस पदाधिकारी बताता था. उसके बाद वह आमलोगों को कई तरह का लाभ पहुंचाने का प्रलोभन देकर ठगी व जालसाजी करता था. अभी वह शहर के रामराज्य नगर मोहल्ले में रहा रहा था.उन्होंने बताया कि जेल गया चालक सिपाही के खिलाफ नगर थाना में रोहतास जिले के आयरकोठा थाना क्षेत्र के टड़वा गांव निवासी सोनू कुमार ने 9 सितंबर 2024 को प्राथमिकी कराया था. चालक सिपाही पर चोरी की वाहन खरीद बिक्री करने और पिस्टल के साथ उसके घर पर जाकर मां के साथ गाली गलौज करने का आरोप लगाया गया था.
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प्राथमिकी के बाद हुआ था निलंबित
इस मामले के एक वर्ष पहले यह नगर थाना में ही पदस्थापित था. इसके बाद इस थाना से इसका तत्कालीन एसपी के द्वारा तबादला किया गया था. जांच में चालक सिपाही पर हुई प्राथमिकी सही पाए जाने के बाद गिरफ़्तारी का आदेश जारी हुआ और उसे गिरफ्तार किया गया. जानकारी है कि नगर थाना में प्राथमिकी के बाद तत्कालीन एसपी के द्वारा इसे निलंबित किया गया था.
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