अगली बैठक डुमरी पंचायत के करमडीह गांव में 22 जून को रखी गयी औरंगाबाद/कुटुंबा. हड़ियाही नहर सिंचाई परियोजना संघर्ष समिति की बैठक रविवार को प्रखंड की परता पंचायत में भीमसेन सिंह की अध्यक्षता में हुई. कार्यक्रम का संचालन पूर्व मुखिया अशोक कुमार सिंह ने किया. बैठक में जब तक हड़ियाही नहर से सिंचाई नहीं, तब तक वोट नहीं का निर्णय किसानों द्वारा लिया गया. बैठक में मौजूद किसानों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव लाया कि गांव-गांव में घूम-घूमकर नहर नहीं तो वोट नहीं का नारा को बुलंद करेंगे. पूर्व मुखिया ने कहा कि कुटुंबा, देव व नवीनगर प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्र में जिन गांवों में सिंचाई के लिए नहर नहीं है, उस गांव में इस नारे को बुलंद किया जायेगा. इसके लिए अगली बैठक डुमरी पंचायत के करमडीह गांव में 22 जून को रखी गयी है. उक्त बैठक में अधिक से अधिक किसानों को जुटाने का प्रयास किया जायेगा. अध्यक्ष ने बताया कि कमेटी के सदस्य इसके लिए किसानों से समर्थन लेगी. इस बार किसी भी हाल में किसान बगैर अधूरे नहर कार्य पूरा करायै बगैर वोट नहीं देंगे. इस परियोजना का कार्य शुरू हुए तकरीबन 50 वर्ष से भी अधिक हो गयै हैं. इसके बावजूद नहर का अधूरा कार्य पूरा नहीं हुआ है. अब तक इस पर सिर्फ राजनीति ही होते आ रही है. इसके लिए किसानों की जमीन भी अधिग्रहण की गयभ्है. अधिग्रहित जमीन की मुआवजे किसानों को दोबारा दे दी गयी है. परियोजना का कार्य न पूरा होने से किसान मुश्किल के दौर से गुजर रहे हैं. जब-जब चुनाव का समय आता है तब-तब इसकी चर्चा सुनने को मिलती है. हालांकि इस बार किसानों ने मूड बनाया है कि जब तक सरकार इस पर गंभीर होकर कोई कार्रवाई नहीं करती तब तक वे नहीं मानेंगे और नहर नहीं तो वोट नहीं के नारे को बुलंद करेंगे. मौके में पूर्व जिला परिषद सदस्य अजय कुमार भुइयां, बलवंत सिंह, रामनारायण सिंह, सुनील पांडेय, सुशील कुमार सिंह, अमित कुमार, मोहम्मद शमशाद हुसैन, रंजीत कुमार पासवान, अरविंद कुमार गुप्ता, नंदू पांडेय, राहुल सिंह, वीरेंद्र पांडेय, मुकेश पांडेय, रवि प्रकाश पांडेय समेत अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है