ओबरा. प्रखंड के नवनेर गांव में मंगलवार को करेंट की चपेट में आने से एक भैंस की मौत होने के बाद ग्रामीणों ने बारुण ग्रिड के एसडीओ व कनीय अभियंता के विरुद्ध आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया. नवनेर गांव के अयोध्या प्रसाद अपने आटा चक्की मिल चलाने के उद्देश्य से बारुण फीडर से कनेक्शन लिये है. 21 मई को लिये गये कनेक्शन का तार जमीन पर गिरा हुआ था. उपभोक्ता अयोध्या प्रसाद ने इसकी सूचना विभाग के संबंधित पदाधिकारी को दी थी. लेकिन, पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने तार हटाने की कोशिश नहीं की. मंगलवार की सुबह गांव के सुदेश्वर यादव की भैंस बधार में चरने के लिए निकली थी. किसी तरह वह नीचे गिरे तार की चपेट में आ गयी और उसी जगह पर झुलस कर मौत हो गयी. इधर, भैंस को मरने की सूचना मिलते ही ग्रामीण बधार में पहुंचे और बिजली विभाग के कनीय अभियंता व एसडीओ के विरुद्ध आक्रोश जताया. लोगों ने मुआवजे की मांग की. सुदेश्वर यादव, जय नंदन यादव, ईश्वर दयाल यादव, सुनील यादव, ललन यादव, सुजीत यादव, बिट्टू यादव, नानक यादव, अजीत यादव, पिंटू साहू आदि लोगों ने कहा कि बिजली विभाग के पदाधिकारी को तार गिरने की जानकारी दी गयी थी. इसके बावजूद संबंधित पदाधिकारियों ने गिरे हुए तार को नहीं हटाया, जिसके कारण पशुपालक सुदेश्वर यादव की भैंस की मौत हो गयी. 60 हजार से अधिक रुपये का नुकसान पशुपालक को हुआ है. ग्रामीणों ने पशुपालक को उचित मुआवजा मुहैया कराने की बिजली विभाग से मांग की है. कहा कि यदि विद्युत विभाग अपने कार्य कार्यशैली में सुधार नहीं लाती है तो निश्चित रूप से प्रखंड कार्यालय तथा जिला कार्यालय पर पहुंचकर धरना व प्रदर्शन किया जायेगा. विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उपभोक्ता को किसी तरह की परेशानी होती है तो बिना रकम दिये उनके कार्य का निबटारा नहीं होता है यहां तक की कनेक्शन लेने में भी पैसे की मांग की जाती है . जयनंदन यादव ने कहा कि पशुपालक को हर हाल में मुआवजा की राशि दी जानी चाहिए. इधर विद्युत विभाग के कनीए अभियंता अजीत रंजन ने बताया कि लोगों द्वारा जो आरोप लगाया जा रहा है वह बेबुनियाद है. मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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