देव. पौराणिक सूर्य मंदिर में रविवार को भगवान सूर्य के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. भगवान सूर्य के जयघोष से मंदिर परिसर गूंजायमान होता रहा. भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस की तैनाती की गयी थी. कतार में खड़े होकर श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किया. औरंगाबाद के अलावा गया, रोहतास, अरवल, जहानाबाद एवं झारखंड के पलामू समेत अन्य जिलों से श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय, कोषाध्यक्ष सुधीर सिंह व सदस्य योगेंद्र सिंह ने कहा कि देव सूर्य मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की कतार लगी रही. मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं को किसी भी तरह का कष्ट न हो, इसके लिए हमेशा तत्पर रहती है. गर्भ गृह को वातानुकूलित कर दिया गया है. सूर्य मंदिर पौराणिक है, इसे संजो कर रखना हम सभी का कर्तव्य है.
वन-वे रास्ता होने से मिली राहत
प्रशासन की ओर से वन-वे रूट लागू करने के बाद श्रद्धालुओं को आवागमन में काफी राहत मिली. भक्तों व स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत किया है. देव थाना मोड़ से गुजरने वाले वैसे चारपहिया वाहन जिसकी पूजा नहीं करानी थी, उसे रानी तालाब के पास लगाया गया. वाहनों की पूजा कराने वाले श्रद्धालु रसीद कटा कर आगे हॉस्पिटल मोड़ से कन्हैया मोड़ पोखरा-कंवल तनुज मोड़ होते हुए पार्किंग स्थल किला मैदान के पास तक गये और उसी जगह पर वाहनों की पूजा करायी. वहीं, हॉस्पिटल मोड़ से सूर्य मंदिर से आने वाले वाहन के लिए वन-वे रखा गया. बिना रसीद वाले वाहनों को कंवल तनुज मोड़ पर ही रोक दिया गया. चांदनी चौक मोड़ मस्जिद की ओर से सूर्य मंदिर की ओर जाने वाले वाहनों को चांदनी चौक से पोखर की ओर मोड़ दिया गया. बिना रसीद वाले वाहन पोखर के पास पार्किंग किये गये. सूर्य मंदिर के आगे बाइक जो पूजा कराने के लिए लायी गयी, उसके लिए सूर्य मंदिर के समीप बैरिकेडिंग लगाकर व्यवस्था बनायी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है