औरंगाबाद/गोह. गोह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का प्रभार नहीं सौंपे जाने के कारण यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सिविल सर्जन द्वारा पत्र जारी किये जाने के बावजूद वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिनव चंद्रा द्वारा अब तक वरीय चिकित्सक डॉ शिव शंकर कुमार को प्रभार नहीं सौंपा गया है, जिससे मामला सुर्खियों में है. वैसे अब यह मामला डीएम के संज्ञान में भी पहुंच गया है और चर्चाएं भी हो रही है. प्रभार सौंपे जाने को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा 12 जून को जारी पत्र के माध्यम से वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिनव को वरीय चिकित्सक डॉ शिवशंकर कुमार को गोह पीएचसी का प्रभार सौंपने का निर्देश दिया गया था. उक्त पत्र में जिक्र किया गया है कि स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना संख्या 1017(2) दिनांक 11 सितंबर 2020 के तहत डॉ शिव शंकर कुमार की नियुक्ति की गयी थी तथा विभागीय अधिसूचना संख्या 599(2) दिनांक 15 अप्रैल 2025 द्वारा उन्हें गोह के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित किया गया था. वहीं वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिनव की नियुक्ति विभागीय अधिसूचना 1190(3), दिनांक दो सितंबर 2021 के द्वारा देवकुंड अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में की गयी है. जबकि, स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पत्रों के माध्यम से स्पष्ट निर्देश जारी किया गया कि उन्हें उसी संस्थान का प्रभारी सह व्ययन पदाधिकारी बनाया जा सकता है. ऐसे में गोह पीएचसी में पदस्थापित वरीयतम चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवशंकर कुमार को प्रभार सौंपने का निर्देश दिया गया. सिविल सर्जन द्वारा आदेश दिया गया था कि 24 घंटे के अंदर प्रभार का आदान-प्रदान किया जाये, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. जब डॉ शिवशंकर ने इ-मेल के माध्यम से सिविल सर्जन कार्यालय को सूचित किया तो पुन: डॉ अभिनव चंद्रा को स्मार पत्र भेजते हुए कहा गया कि गोह पीएचसी प्रभारी सह निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी के प्रभार का आदान-प्रदान सुनिश्चित करें, अन्यथा इसे अनुशासनहीनता माना जायेगा. इसके बावजूद उन्होंने प्रभार नहीं सौंपा.
डॉ शिवशंकर ने दो बार पत्र भेजकर मांगा मार्गदर्शन
गोह पीएचसी का प्रभार नहीं सौंपे जाने के बाद वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवशंकर कुमार ने दो बार सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम से सूचित किया कि उन्हें इस मामले में मार्गदर्शन दिया जाये. 12 जून को ही 24 घंटे के अंदर प्रभार सौंपने का आदेश सिविल सर्जन द्वारा दिया गया था, लेकिन डॉ अभिनव ने इसका अनुपालन नहीं किया. इसपर डॉ शिवशंकर ने 19 जून और पुन: 23 जून को पत्र के माध्यम से सिविल सर्जन को अवगत कराया कि वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रभार नहीं सौंपा जा रहा है. उनके द्वारा लगातार टालमटोल किया जा रहा है और मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है.डॉ अभिनव ने कहा था सोमवार को सौंपेंगे प्रभार : सीएस
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिनव चंद्रा ने कहा था कि सोमवार को प्रभार सौंप देंगे. इस मामले में फिर से बात की जायेगी.मामले की लेंगे जानकारी : डीएम
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं थी. संज्ञान में आया है तो इसकी जानकारी ली जायेगी. नियम के अनुसार सभी को काम करना होगा.आशा बहाली रोकने का डीएम का निर्देश, सीएस ने कहा- नहीं है जानकारी
गोह में वर्तमान में आशा बहाली की प्रक्रिया चल रही है. इस बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी व अनियमितता सामने आयी थी और यह मामला डीएम श्रीकांत शास्त्री के संज्ञान में पहुंचा था. इसके बाद डीएम ने आशा बहाली को रद्द करने को कहा था. लेकिन, बहाली प्रक्रिया रद्द नहीं हुई. डीएम ने पूछने पर बताया कि उन्होंने आशा बहाली रोकने को कहा था. वे इसकी जानकारी लेंगे. जब इस मामले में सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि डीएम द्वारा आशा बहाली रोकने के लिए दिये गये निर्देश की जानकारी उन्हें नहीं है. इधर, यह भी चर्चा है कि गोह पीएचसी का प्रभार नहीं सौँपे जाने के पीछे यह भी एक कारण है. वैसे यह विषय जांच का है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है