स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत चलाये जा रहे अभियानों की विस्तृत समीक्षा की गयी प्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर. कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता बिहार विधानसभा चुनाव के सफल, निष्पक्ष एवं अधिकतम मतदान सुनिश्चित कराने के लिए स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियानों की विस्तृत समीक्षा की गयी. बैठक में स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे मतदाता जागरूकता अभियानों की विस्तारपूर्वक समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में हर पात्र मतदाता की भागीदारी सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने निर्देश दिया कि ग्रामीण, शहरी, सुदूरवर्ती एवं संवेदनशील क्षेत्रों में व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर मतदाताओं को उनके अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाए. बैठक में पिछले चुनावों के मतदान आंकड़ों की समीक्षा के क्रम में जिले के उन मतदान केंद्रों की पहचान की गई जहां मतदान प्रतिशत अत्यंत कम रहा है. जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को ऐसे मतदान केंद्रों को प्राथमिकता के आधार पर वहां विशेष जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि ‘कम मतदान प्रतिशत’ वाले क्षेत्रों में मतदाताओं की उदासीनता को दूर करने के लिए विशेष रचनात्मक प्रयास किये जाएं. इसके अंतर्गत घर-घर संपर्क, ग्राम सभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मतदाता शपथ, मोबाइल प्रचार वाहन, रैली, हस्ताक्षर अभियान आदि माध्यमों से लोगों को मतदान हेतु प्रेरित किया जाए. जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि महिलाओं, युवाओं, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से जागरूक किया जाए, ताकि वे निर्भीक होकर मतदान केंद्र तक पहुंच सकें और अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मतदान केंद्रों पर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं जैसे कि पेयजल, शौचालय, रैम्प, व्हीलचेयर, प्रकाश आदि पूर्ण रूप से उपलब्ध हों, ताकि कोई भी मतदाता सुविधा के अभाव में मतदान से वंचित न रहे. उन्होंने सभी विभागों को परस्पर समन्वय स्थापित कर कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक कल्याण विभाग एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग संयुक्त रूप से मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों को धरातल पर उतारें. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए शांति, पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ निर्वाचन कार्य संपन्न कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है. इस बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) उपेंद्र पंडित, सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह, डीसीएलआर श्वेतांक लाल, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश प्रकाश, वरीय उप समाहर्ता रत्ना प्रियदर्शिनी, डीआरडीए निदेशक अनुपम कुमार, परियोजना पदाधिकारी ओम राजपूत, अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी नीलम मिश्रा, डीपीओ आईसीडीएस विनीता कुमारी, श्रम अधीक्षक प्रियंका कुमारी, कार्यपालक अभियंता पीएचडी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे. इसके अतिरिक्त जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए.
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