औरंगाबाद सदर. औरंगाबाद जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन अनुग्रह नारायण रोड एक बार फिर अपनी आर्थिक ताकत से चर्चा में है. पूर्व मध्य रेलवे डिवीजन से जारी वर्ष 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट में इस स्टेशन ने यात्री टिकट के माध्यम से 27.16 करोड़ रुपये का राजस्व देकर खुद को एनएसजी तीन श्रेणी में स्थापित कर लिया है. पहले यह एनएसजी चार श्रेणी का स्टेशन हुआ करता था. इस शानदार प्रदर्शन के आधार पर रेलवे ने अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन की श्रेणी एनएसजी चार से बढ़ाकर एनएसजी तीन कर दिया है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक और यात्री महत्ता को दर्शाता है. चौंकाने वाली बात यह है कि इतना कमाई वाला स्टेशन पर आज भी सुविधाओं के अभाव है. बुनियादी यात्री सुविधाओं की हालत भी बदहाल है. यह स्टेशन राजधानी, बंदे भारत सहित कई अन्य सुपरफास्ट ट्रेनों के ठहराव से वंचित है. यह खबर सिर्फ आंकड़ों की नहीं, रेलवे की प्राथमिकता पर सवाल खड़ा करती है. कमाई में प्रमोशन और सुविधाओं में अनदेखी का यह खेल कब तक चलेगा, यह सवाल हर स्थानीय नागरिक व जिलेवासियों की जुबान पर है. ज्ञात हो कि रिपोर्ट में एनएसजी तीन के स्टेशनों की सूची में अनुग्रह नारायण रोड 19 में नंबर पर है. वहीं, पूर्व मध्य रेलवे का सर्वाधिक राजस्व देने वाला प्रथम स्थान का स्टेशन पटना जंक्शन है. कमाई में टॉप, सुविधाओं में फेल वर्ष 2023-24 में कुल 11 लाख 20 हजार 573 यात्रियों ने इस स्टेशन से यात्रा की. इनमें आरक्षित यात्री यानी रिजर्वेशन टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या दो लाख 15 हजार 389 व अनारक्षित यात्री यानी जेनरल टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या आठ लाख 99 हजार 184 रही. इन यात्रियों के जरिये एएन रोड स्टेशन ने रेलवे को कुल 27 करोड़ 16 लाख 91 हजार 018 रुपये की आय दी है. इसमें आरक्षित टिकट से कमाई 16 करोड़ 38 लाख 91 हजार 742 व अनारक्षित अथवा जेनरल टिकट से 10 करोड़ 77 लाख 99 हजार 276 रुपये शामिल है. इस शानदार परफॉर्मेंस के बाद अनुग्रह नारायण रोड को एनएसजी चार से प्रमोट कर एनएसजी तीन श्रेणी में लाया गया. यानी अब यह स्टेशन पूरे देश के महत्वपूर्ण कमाऊ स्टेशनों में शुमार हो गया है. लेकिन, अब जरूरत है कि रेलवे इस स्टेशन को सिर्फ श्रेणी में नहीं, व्यवहार में भी एनएसजी तीन जैसी प्राथमिकता दे, ताकि औरंगाबाद जिले को उसका वाजिब हक मिल सके. ठहराव नहीं, ठगाव है … कमाई में अव्वल रहने के बावजूद इस स्टेशन को अब तक अजमेर-सियालदह, राजधानी, बंदे भारत, दुर्गियाना एक्सप्रेस, नंदनकानन एक्सप्रेस, लालकुआं एक्सप्रेस जैसी कई प्रमुख ट्रेनों का ठहराव नहीं मिल सका है. ये ट्रेनें सासाराम, डेहरी ऑन सोन और गया जैसे स्टेशनों पर तो रुकती हैं, लेकिन अनुग्रह नारायण रोड को हर बार नजरअंदाज किया जाता है. जरूरी सुविधाओं की कमी स्टेशन पर एस्केलेटर, लिफ्ट, वेटिंग हॉल, स्वच्छ शौचालय, पीने का पानी, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड जैसी सुविधाएं अपर्याप्त हैं. काफी समय से लोग स्टेशन पर एस्केलेटर की मांग कर रहे हैं, पर अब तक कोई पहल नहीं की गयी है. हालांकि, स्टेशन पर लिफ्ट लगा, तो है लेकिन अक्सर खराब होने के कारण बंद ही रहता है. वहीं, वेटिंग हॉल की स्थिति अच्छा नहीं है. सिर्फ एक फुट ओवरब्रिज है, जिसके सहारे यात्री एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाते हैं. यहां तक की एक प्लेटफार्म से दूसरे जगह जाने के लिए सीढ़ी भी नहीं है. प्लेटफार्म पर छाया और रात्रि में प्रकाश व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं है. क्या कहते हैं यात्री फोटो नंबर-101-नरेंद्र पांडेय शिक्षक नरेंद्र पांडेय कहते हैं की रेलवे को हमलोग करोड़ों की आमदनी हर साल दे रहे हैं, लेकिन बदले में हमें अच्छी यात्री सुविधा व जरूरी गाड़ियों के ठहराव जैसी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं. ये अन्याय है. आखिर कब तक हम नजरअंदाज होते रहेंगे. फोटो नंबर-102-देवकांत कुमार अधिवक्ता देवकांत कुमार ने कहा कि जब हमारा स्टेशन करोड़ों का राजस्व दे रहा है, तो ठहराव और बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखना समझ से परे है. यह औरंगाबाद के विकास और यात्रियों की सुविधा से सीधा जुड़ा मामला है, रेलवे को इस पर विचार करना चाहिए. फोटो नंबर-103-धनंजय पांडेय शिक्षाविद धनंजय पांडेय ने कहा कि जब स्टेशन इतना कमाई राजस्व के रूप में दे रहा है, तो उसे राजधानी और सुपरफास्ट ट्रेनों के ठहराव से क्यों वंचित रखा गया है? यह औरंगाबाद के यात्रियों के साथ अन्याय है. रेलवे को अविलंब स्टेशन पर बड़ी गाड़ियों का ठहराव सुनिश्चित करना चाहिए. फोटो नंबर-104- उदय उज्जवल राजद नेता उदय उज्जवल ने कहा कि स्टेशन पर वेटिंग रूम, एस्केलेटर, साफ-सफाई और सुरक्षा का भी अभाव है. रेलवे सिर्फ कमाई कर रहा है, सुविधा देने में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है. यात्रियों को सुविधाओं के नाम पर शोषण किया जा रहा है, जो सही नहीं है. फोटो नंबर-105-संतोष सिंह प्रो संतोष सिंह ने कहा कि वर्षों से चर्चा है कि अनुग्रह नारायण स्टेशन हाइटेक बनेगा, लेकिन उस स्थिति में अब तक नहीं आया. रेलवे का इस स्टेशन पर ध्यान ही नहीं है. जो स्टेशन राजस्व के मामले में स्थान रखता है, उसका समूचित विकास होना चाहिए. फोटो नंबर-106- सौरभ सिंह पैक्स अध्यक्ष सौरभ सिंह ने कहा कि काम के सिलसिले में अक्सर वे ट्रेन से यात्रा करते रहे है. कुछ सुपर फास्ट ट्रेनों का ठहराव नहीं होने की वजह से उन्हें दूसरे स्टेशन से यात्रा करना पड़ता है. एएन रोड स्टेशन पर अगर उन गाड़ियों का ठहराव हो जाए, तो बेहतर है. स्टेशन प्रोफाइल एक नजर में: विवरण आंकड़े स्टेशन : अनुग्रह नारायण रोड (AUBR) मंडल: डीडीयू (DDU) जोन : पूर्व मध्य रेलवे (ECR) राज्य: बिहार कुल यात्री (2023-24): 11,20,573 कुल कमाई: 27.16 करोड़ नयी श्रेणी: NSG-3 (पहले NSG-4)
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