नवीनगर में सबसे अधिक 74.2 एमएम बारिश, 22 जून तक आकाशीय बिजली और तेज हवा का अलर्ट
औरंगाबाद/कुटुंबा. बिहार में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. मंगलवार की दोपहर से शुरू हुई झमाझम बारिश ने जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं किसानों के चेहरों पर भी रौनक लौट आयी है. आसमान घने बादलों से ढंका है और मेघ गर्जन के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने 22 जून तक जिले में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली और 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बारिश से खेतों में नमी आ जाने के बाद अब किसानों को मोटे अनाज और खरीफ फसलों की बुआई की उम्मीद बंधी है. जिले के दक्षिणी हिस्से में झारखंड से सटे इलाके पूरी तरह वर्षा पर निर्भर हैं. इन क्षेत्रों में सांवा, मक्का, मड़ुआ, मूंगफली, तिल और अरहर जैसी फसलें होती है. कुटुंबा प्रखंड में खरीफ की खेती प्रसिद्ध है. हालांकि, अब तक बारिश नहीं होने के कारण खेती रुकी हुई थी. जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार अब तक जिले में मात्र 8.43 प्रतिशत ही धान की नर्सरी लग पायी है. रिटायर्ड कृषि पदाधिकारी रामचंद्र सिंह और किसान शिवनाथ पांडेय ने बताया कि मृगशिरा और आर्द्रा नक्षत्र में बुआई करना उपज के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। देर से बुआई होने पर फसलों की पैदावार पर असर पड़ता है. जिला सांख्यिकी विभाग के अनुसार, नवीनगर में बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 74.2 मिमी वर्षा दर्ज की गयी. अन्य प्रखंडों में बारुण में आठ मिमी, दाउदनगर व देव में 8.4 मिमी, गोह में 19.4 मिमी, हसपुरा में 7.8 मिमी, कुटुंबा में 18.4 मिमी और ओबरा में 5.4 मिमी बारिश दर्ज हुई है. सबसे कम वर्षा मदनपुर में 3.2 मिमी और रफीगंज में 3 मिमी हुई.20 जून तक भारी बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार चौबे ने बताया कि मॉनसून पूरे बिहार में प्रवेश कर गया है। औरंगाबाद जिले में 20 जून तक भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही 22 जून तक आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवा चलने की चेतावनी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है