परसा गांव के ग्रामीणो ने की मनमानी से यात्री परेशान
कुटुंबा. प्रखंड क्षेत्र के तमसी परसा गांव के कुछ ग्रामीण ने जेसीबी लगाकर तकरीबन 50 मीटर की दूरी तक पक्की सड़क की फ्लैक्स काट दी है. यहीं नहीं एक विशाल पीपल के पेड़ को भी धाराशारी कर दिया है. इस वजह से तकरीबन एक सप्ताह से आवागमन बाधित है. दो पहिया वाहन सवार तो किसी तरह से उक्त पथ से निकल जा रहे है. लेकिन ऑटो व चार पहिया वाहनों का आना जाना बिल्कुल बंद हो गया है. सबसे अधिक परेशानी किसानों को हो रही है. उन्हे खेती के लिए ट्रैक्टर लेकर उस मार्ग से गुजरना होता है, जो बंद है. करहा उड़ाही के दौरान सड़क किनारे का पूरा भाग क्षतिग्रस्त होने व पीपल के पेड़ को काटकर मुख्य मार्ग पर छोड़ देने से लोगों को उस रास्ते से गुजरने में काफी दिक्कत हो रही है. मामले में मनोरथा गांव के कृष्णा सिंह यादव ने सीओ को आवेदन देकर अज्ञात लोगों के विरुद्ध शिकायत की है. उन्होने आवेदन में उल्लेख किया है कि पइन की उड़ाही एक बहाना है. सड़क काटने व उसके किनारे के पीपल के पेड़ को गिराने के उद्देश्य से जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया है. सरकार सभी पंचायतों में बेहतर सिंचाई सुविधा बहाल रखने के ख्याल से मनरेगा के तहत्त करहा व पईन की खुदाई व सफाई कर रही है. अन्य ग्रामीणों की बात माने तो इक्के-दुक्के लोगों ने खुद से चंदा इकट्ठा कर पीपल के पेड़ को काटकर गिराया है. यहीं नहीं सड़क काटे जाने से वहां पर दो-तीन घरों का निकास भी अवरुद्ध हो गया है. ऐसे में परसा गांव में अंतर्कलह व्याप्त है. विदित हो कि उक्त पथ अंबा-नवीनगर मुख्य पथ के तमसी मोड़ से बसडीहा नहर के तटबंध से मथुरापुर गांव की ओर जाती है. इसके बाद परसा होते हुए मनोरथा, नरेंद्र खाप गांव से पश्चिम दिशा में माली-कुटुंबा पथ को जोड़ती है. सड़क में कटिंग होने व रास्ते पर विशाल वृक्ष के गिराये जाने से दर्जनो गांव के लोग को दैनिक खर्च की आवश्यक वस्तुएं खरीदने लिए बाजार तक पहुंचना मुश्किल हो गया है. स्कूली वाहन बच्चों को पढ़ने के लिए उनके गांव नहीं जा पा रहा है. इस संबंध में सीओ चंद्रप्रकाश ने बताया कि प्राप्त आवेदन के आलोक में स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट करने के लिए राजस्व कर्मचारी को निर्देश दिया गया है. नियम कानून को ताक पर रखकर सरकारी भूमि से पीपल वृक्ष काटने वाले लोगो के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.क्या कहते हैं आरएफओ
आरएफओ अविनाश कुमार ने बताया कि अनाधिकृत रूप से पीपल का हरा वृक्ष काटना कानूनन अपराध है. मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच कर लोगो को चिह्नित किया जा रहा है. दोषी बख्से नहीं जायेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी. हरे वृक्षों की कटाई होने से पर्यावरण का नुकसान हो रहा है.स्थल निरीक्षण करने के लिए जेई को दिया गया निर्देश
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि जेसीबी मशीन लगाकर सड़क किनारे के फ्लैक्स काटने से विभाग को काफी नुकसान हुआ है. संबंधित क्षेत्र के जेई को स्थल निरीक्षण कर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है