पति से फोन पर विवाद के बाद फंदे से लटका मिला शव प्रतिनिधि, औरंगाबाद ग्रामीण. शहर के महुआ शहीद मुहल्ले में 29 वर्षीय आर्केस्ट्रा डांसर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. मृतका की पहचान रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन निवासी दर्पण पासवान की पत्नी नेहा सिंह के रूप में हुई है. घटना रविवार की अहले सुबह की बतायी जा रही है. पता चला कि वह पिछले तीन वर्षों से महुआ शहीद मुहल्ला में बाबूलाल प्रसाद के मकान में किराये पर रूम लेकर रहती थी. वह पति व 10 वर्षीय पुत्र शिवांश और आर्केस्ट्रा में काम करने वाली अन्य लड़कियों के साथ रहती थी. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि नेहा मुख्य रूप से दिल्ली की रहने वाली थी. छह वर्ष पहले वह पहले पति को छोड़कर पुत्र शिवांश के साथ औरंगाबाद आर्केस्ट्रा में काम करने आयी थी. रोहतास जिले के डेहरी में एक कार्यक्रम के दौरान नेहा की मुलाकात दर्पण से हुई. इसके बाद दोनों एक-दूसरे के करीब हुए. धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे. दोनों ने अपनी रजामंदी में एक मंदिर में विवाह रचा ली. इसके बाद दर्पण भी उसका कार्यक्रम में सहयोग करने लगा. शादी के बाद कुछ दिनों तक ठीक ठाक चला. दोनों अक्सर छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा करते रहते थे. पहले भी नेहा पति को बात-बात में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कहती थी. शनिवार की रात पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज में एक जन्मदिन समारोह में आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम था. उसका पति दर्पण घर पर नहीं था. वह किसी आवश्यक कार्य को लेकर डिहरी चला गया था. पता चला कि दर्पण के बड़े भाई के ससुर की मौत हो गयी थी, तो वह शोकाकुल परिजनों से मुलाकात करने गया था. शनिवार की रात हरिहरगंज में प्रोग्राम समाप्त होने के बाद नेहा अपनी टीम के साथ औरंगाबाद पहुंची. पता चला कि इस दौरान पति के साथ किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ. इसके बाद उसने आत्महत्या करने की बात कही थी. इसके बाद उसका बेटा शिवांश नेहा के साथ सोने की जिद किया, लेकिन नेहा ने उसे बगल में मौसी रोशनी के साथ उसके कमरे में सोने को कहा. इसके बाद नेहा ने शिवांश को कुछ नहीं करने का आश्वासन देकर रोशनी के कमरे में सुला दिया. इसी दौरान उसने पंखे की कुंडी के सहारे दुपट्टा से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. जब सुबह दर्पण ने नेहा को फोन पर कॉल किया, तो उसने कॉल नहीं उठाया. दर्पण ने रोशनी के मोबाइल पर कॉल किया और नेहा का हाल देखने को कहा. जब बेटा शिवांश नेहा के कमरे में देखा तो वह फंदे से झूल रही थी. इसके बाद वह चीखने-चिल्लाने लगा. चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. सूचना पर नगर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और फंदे से झूल रही नेहा को नीचे उतारा. सूचना मिलने के लगभग एक घंटे बाद पति दर्पण भी वहां पहुंचा. नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस की टीम वहां पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गयी. इसके बाद परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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