नवीनगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय सिंह हत्याकांड में नया खुलासा
औरंगाबाद पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से रोहिणी से राहुल को किया गिरफ्तार, बारुण से पकड़ा गया मंटू यादवऔरंगाबाद कार्यालय. नवीनगर के व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या में लगातार खुलासे हो रहे है और अपराधी भी पकड़े जा रहे है. जिस कुख्यात अपराधी को मास्टरमाइंड राकेश गिरि ने संजय सिंह की हत्या के लिए हायर किया था उसे भी औरंगाबाद पुलिस ने राजधानी दिल्ली के रोहिणी से दबोच लिया है. पकड़े गये अपराधी की पहचान उतर प्रदेश के जौनपुर जिले के रामपुर थाना क्षेत्र के चौर निवासी शिवबहादुर सिंह के पुत्र राहुल सिंह राजपूत के रूप में हुई है. बड़ी बात यह है कि राहुल के अलावा औरंगाबाद जिले के एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के अंकोरहा निवासी सनेश यादव के पुत्र मंटू यादव उर्फ पिंटू कुमार भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. इन दोनों अपराधियों से पुलिस ने पूछताछ की जिसमें कई चौकाने वाले खुलासे हुए. संजय सिंह की हत्या में पकड़े गये अपराधियों की क्या भूमिका थी और अपराधियों को कैसे हत्या के लिए तैयार किया गया था. इसका खुलासा सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने प्रेस वार्ता में साझा की है.
कुख्यात राहुल पर उतर प्रदेश में दर्ज है 31 मामले
एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने बताया कि व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या 30 नवंबर 2024 को माली थाना क्षेत्र के सोनौरा पुल के समीप अपराधियों ने उस वक्त कर दी थी जब वे औरंगाबाद से वापस गांव लौट रहे थे. उनकी कार को अपराधियों ने ओवरटेक की और फिर पुल के समीप गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. इस मामले में कुख्यात राकेश गिरि, संजय गिरि, मलखान सिंह, सत्यजीत गिरि, कमेंद्र सिंह, राहुल सिंह राजपूत, मंटू यादव उर्फ पिंटू कुमार सहित नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. तीन अभियुक्तों के खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी हुई है. एसडीपीओ ने बताया कि संजय सिंह की हत्या में शामिल राहुल सिंह राजपूत यूपी के जौनपुर जिले का रहने वाला है और कुख्यात अपराधी है. इसके खिलाफ यूपी के चंदौली, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया जिले के विभिन्न थानों में 31 मामले दर्ज है. हत्या के साथ-साथ पॉक्सो, गैगेस्टर एक्ट, आमर्स एक्ट आदि के मामले शामिल है. इसकी गिरफ्तारी दिल्ली के रोहिणी से की गयी है. मंटू यादव उर्फ पिंटू यादव को बारुण थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. दोनों अपराधियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. पुलिस को बताया है कि राकेश गिरि के कहने पर अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर उन लोगों ने संजय सिंह की हत्या की.घटना के पीछे का कारण राजनीतिक दबदबा
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या के पीछे राजनीतिक प्रतिद्वंदिता या यूं कहे राजनीतिक दबदबा कारण बनी है. अंकोरहा पैक्स पर संजय सिंह के परिवार का शुरू से ही दबदबा रहा है. यही बात संजय गिरि को खल रही थी. संजय गिरि ने ही हाल के पैक्स चुनाव में कमलेश मेहता को खड़ा कराया था. चुनाव के दौरान मारपीट हुई और इसी प्रतिशोध में संजय सिंह की हत्या की साजिश रची गयी. वैसे संजय गिरि ने पैक्स चुनाव में हार का बदला लेने के लिए राकेश गिरि को संजय सिंह की हत्या की जिम्मेवारी सौंपी थी.अंतरराज्यीय नेटवर्क चलाता था राकेश गिरि, पुलिस के निशाने पर नेटवर्क
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या का मुख्य अभियुक्त राकेश गिरि एक बड़ा अपराधी रहा है. एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने बताया कि जैसे-जैसे कांड में अनुसंधान आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे सनसनीखेद मामले सामने आते गये. पुलिस के सामने कई चुनौतियां आयी, लेकिन तमाम चुनौतियों का सामना कर घटना का खुलासा किया गया. उन्होंने बताया कि मास्टरमाइंड राकेश गिरि अंतरराज्यीय नेटवर्क चलाता था. बिहार ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी उसका नेटवर्क था. वाराणसी जेल में राहुल सिंह राजपूत से उसकी मुलाकात हुई थी. अब राकेश गिरि के अंतरराज्यीय नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिशें की जा रही है. एसडीपीओ ने बताया कि पकड़े गये अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. शीघ्र ही कांड में आरोप पत्र समर्पित कर दोषियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा. प्रेसवार्ता में माली थानाध्यक्ष दीपक कुमार राय व श्वेता सिंह भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है