ओबरा. ओबरा प्रखंड के शंकरपुर में औरंगाबाद-पटना रोड यानी एनएच 139 के दोनों तरफ हर दिन सब्जी मंडी सजती है. इस मंडी को ताजी सब्जियों का मेला भी कहा जाता है. स्थानीय किसान अपने उत्पाद को बड़ी मंडी में भेजने के बाद हाइवे पर दुकान लगाते है. छोटे-छोटे किसान खेत से सब्जियां तोड़कर शंकरपुर में ही दुकान लगाकर बिक्री करते है. सस्ती और ताजी सब्जियां होने की वजह से खरीदार भी पहुंचते है. सैकड़ों खरीदारों की भीड़ होती है. यहां तक कि जिला मुख्यालय से भी बहुत से लोग सब्जी खरीदने वहां पहुंचते है, लेकिन हाइवे पर सब्जी मंडी होने की वजह से दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. ज्ञात हो कि स्थानीय व्यवसायियों के लिए शंकरपुर गांव में व मुख्य सड़क के बगल में ही तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा के ऐच्छिक निधि से सब्जी शेड का निर्माण वर्ष 2009-10 में कराया गया था. लाखों रुपये खर्च किये गये थे. बड़ी बात यह है कि उस शेड का व्यवसायियों ने उपयोग ही नहीं किया. यह भी ज्ञात हो कि शंकरपुर के अलावा अमरपुरा, महथू, जयादीपुर सहित कई गांवों के सब्जी व्यवसायी वहां व्यवसाय करते है. व्यवसायियों का मानना है कि अगर वे शेड में व्यवसाय करेंगे, तो उनका व्यवसाय बर्बाद हो जायेगा. हाइवे से आवागमन करने वाले लोगों की नजर ताजी सब्जियों पर पड़ती है, तो वे रूककर खरीदारी करते है. इधर अंचल अधिकारी हरिहरनाथ पाठक एवं थानाध्यक्ष नीतीश कुमार ने बताया कि हाइवे पर सब्जी का व्यवसाय करना गलत है. व्यवसायियों से बातचीत की जायेगी कि वे शेड में ही दुकान लगायें.
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