दाउदनगर कॉलेज में हिंदी विभाग की ओर से रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर स्मृति समारोह व संगोष्ठी का किया गया आयोजन दाउदनगर. दाउदनगर कॉलेज में प्राचार्य प्रो डॉ मो शमसुल इस्लाम के दिशा-निर्देश पर हिंदी विभाग की ओर से आईक्यूएसी के तत्वावधान में कवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर स्मृति समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया. यह आयोजन कॉलेज के प्रेमचंद सभागार में संपन्न हुआ. हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो आकाश कुमार ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य हिंदी के पुरखे और देश के राष्ट्रकवि को याद करना और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना था. कार्यक्रम की शुरुआत दिनकर जी की रश्मिरथी के कविता पाठ से हुई. प्रो आकाश कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में राष्ट्रवाद का आधार नफरत बन गया है, जबकि इसका आधार प्रेम होना चाहिए. जिन- जिन पीढ़ीयों का इतिहास बोध खत्म हो चुका है और उनका राष्ट्प्रेम भी खोखला है. दिनकर की कविताएं इन कमियों को पूरा कर सकती हैं. सहायक प्राध्यापिका डॉ रोजी कांत ने पीपीटी प्रस्तुति देते हुए दिनकर को राष्ट्रीय चेतना प्रखर वाणी वाला कवि बताया और उनके विचारों और दर्शन को रेखांकित करते हुए कहा कि दिनकर ने अपनी कविताओं के माध्यम से देश के उन सेनानियों को याद किया, जिनका जिक्र कहीं नहीं मिलता और जो गुमनामी में रह गये. उन्होंने वीर रस की कविताएं लिखकर स्वतंत्रता के लिए उद्बोधन किया तो स्वतंत्रता पश्चात भी राष्ट्रप्रेम जगाते रहे. अध्यक्षता करते हुए आइक्यूएसी के प्रभारी डॉ ज्योतिष कुमार ने दिनकर के निबंध का पाठ करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि दिनकर का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ और उन्होंने बेहद संघर्ष करते हुए शिक्षा हासिल की, इससे विद्यार्थियों को प्रेरणा लेनी चाहिए. संचालन हिंदी के सहायक प्राध्यापक प्रो मंजू कुमार सोरेन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ बरुण कुमार चौबे ने किया. मौके पर कॉलेज के विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थी और कई शिक्षकेतर कर्मी मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है