दाउदनगर. सावन के महीने में लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे पर गुरुवार को राहत और उम्मीद की चमक लौट आयी. सुबह और दोपहर में हुई झमाझम बारिश ने दाउदनगर प्रखंड के किसानों को खेतों की ओर लौटने का मौका दे दिया. जैसे ही बारिश थमी, ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों की रफ्तार तेज हो गयी. कई गांवों में पुरुषों और महिलाओं ने मिलकर खेतों में धान की रोपाई समेत अन्य कृषि कार्यों को अंजाम देना शुरू कर दिया. किसानों में उमंग और उत्साह का माहौल देखा गया. ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो बारिश ने उन्हें एक नई ऊर्जा से भर दिया हो. स्थानीय किसान रमेश यादव, सरयू सिंह और रामप्रसाद सिंह ने बताया कि यह बारिश उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. अब रोपनी का कार्य तेजी से शुरू हो गया है. यदि मौसम ने इसी तरह साथ दिया, तो इस वर्ष अच्छी पैदावार की पूरी संभावना है. गांवों में लोग इसे प्रकृति का आशीर्वाद मानकर खेतों में पूरी तन्मयता से जुटे हैं.
शहर में जगह-जगह जलजमाव
जहां एक ओर बारिश ने किसानों को राहत दी, वहीं दूसरी ओर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या सामने आयी. विशेषकर शहर के जगन मोड़ इलाके में मूसलधार बारिश के दौरान भीषण जलजमाव देखने को मिला। लोग घुटने भर पानी में चलने को मजबूर हो गये. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले के अधूरे निर्माण और पीसीसी सड़क का कार्य लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. सड़क के एक तरफ नाला अधूरा है, वहीं दूसरी ओर निर्माण कार्य अब तक चल ही रहा है. पीसीसी सड़क जगन मोड़ से आगे नहीं बन पायी है, जिससे मामूली बारिश में भी पानी भर जाता है. गुरुवार को स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कई घरों और दुकानों में वर्षा का पानी घुस गया, जिससे लोगों के सामान बर्बाद हो गये. मुख्य बाजार क्षेत्र में भी कई स्थानों पर अधूरी पीसीसी सड़क परेशानी का कारण बनी हुई है. इनमें चावल बाजार से बजाजा रोड के कोना तक और हमदर्द दवाखाना से सुक बाजार तक के हिस्से प्रमुख हैं. बारिश के बाद मौलाबाग मोड़ से न्यू एरिया, पचकठवा होते हुए दाउदनगर-बारुण पथ समेत कई स्थानों की सड़कें कीचड़युक्त हो गयी हैं, जिससे लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है.
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