अंबा. बरसात का प्रथम चरण सावन का महीना चल रहा है. मॉनसूनी बारिश के साथ धान की रोपनी शुरू हो गयी है. बधार में फसल गीत की धूम मची है. पूरा वातावरण सुहाना प्रतीत हो रहा है. इस बार समय-समय पर बारिश होते रहने से चारों तरफ बाग बगीचे में हरियाली आ गयी है. कभी-कभी चिलचिलाती धूप व उमसभरी गर्मी आम जनजीवन को परेशान कर दे रही है. रविवार यानी 20 जुलाई को दिन में 4:43 बजे भगवान सूर्यदेव पुष्य नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे. ज्योतिर्विद डॉ हेरंब कुमार मिश्र व आचार्य सुशील कुमार मिश्र ने बताया कि स्त्री-पुरूष, चंद्र-चंद्र योग चातक वाहन, चंडा नाड़ी स्वामी शनि होने से तेज हवा के साथ इस नक्षत्र के मध्य में अच्छी बारिश की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि धान रोपने के लिए पुष्य नक्षत्र को उपयुक्त माना जाता है. इस नक्षत्र में लगायी फसल से अच्छी उपज होने की उम्मीद रहती है. विदित हो कि पारंपरिक तौर पर पुनर्वस व पुष्य नक्षत्र के दौरान हरहाल में धान की रोपाई हो जानी चाहिए. इसके बाद श्लेषा नक्षत्र में लगाई फसल की उपज प्रभावित होती है. यहां तक कि देर से बाली निकलने पर रबी की बुआई पर भी असर पड़ता है.
23 तक हल्की, 24-25 को हवा के झोंके के साथ मध्यम बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया कि औरंगाबाद जिला में 23 जुलाई तक मूसलाधार बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि हल्की बारिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है. वहीं 24 और 25 जुलाई को हवा के झोंके के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है. इस दौरान अकाशीय बिजली गिरने से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बताया का इधर तेज धूप के साथ तापमान में वृद्धि होने की संभावना है. ऐसे में किसानों को धान की रोपाई करने के लिए वर्षा या नहर का पानी सहेज कर रखने की जरूरत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है