मदनपुर के सलेमपुर गांव स्थित केशहर पूर्वी कैनाल में हुई घटना दोनों किशोरी गोतिया परिवार में चचेरी बहने थीं औरंगाबाद ग्रामीण. मदनपुर प्रखंड के सलेमपुर गांव स्थित केशहर पूर्वी कैनाल में डूबने से दो मासूम किशोरियों की मौत हो गयी. मृतकों में सलेमपुर गांव निवासी कमलेश यादव की 13 वर्षीय पुत्री गुड़िया कुमारी व सुनील यादव की 10 वर्षीय पुत्री आरती कुमारी शामिल है. घटना शनिवार की शाम की है. पता चला कि दोनों किशोरी गोतिया परिवार में चचेरी बहने थीं. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि गांव के ही बधार में धान की रोपनी हो रही थी. दोनों की मां अन्य महिलाओं के साथ खेत मे धान की रोपनी कर रही थी. गुड़िया और आरती भी दोनों धान रोपने में हाथ बंटा रही थीं. इसके बाद दोनों ने अपनी-अपनी मां से घर जाने को कहा. इसके बाद दोनों खेत से घर के लिए निकल गयी. पास में ही दधपी फाटक से उत्तर कोयल नहर का केशहर पूर्वी कैनाल निकला हुआ था. लगातार कुछ दिनों से भारी बारिश होने के कारण उत्तर कोयल नहर में पानी भरा है. कैनाल में भी जलस्तर बढ़ा हुआ है. उसी कैनाल में आरती और गुड़िया दोनों नहाने लगी. कैनाल में पानी अधिक होने के कारण दोनों तेज धार में बहने लगी. इसके बाद दोनों ने शोरगुल मचाया तो आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों की नजर पड़ी. हालांकि, लोगों को पहुंचने में थोड़ी देर हो गयी. कैनाल किनारे मनरेगा द्वारा पौधारोपण किया गया है. पौधे को जानवर से बचाने के लिए चचरी लगाया गया था, जिसका चचरी टूटकर नहर स्थित पुल के पास जमा था. गुड़िया और आरती का पैर तेज धार में बहने के दौरान चचरी में फंस गया और डूबकर जान चली गयी. थोड़ी देर में ही कुछ लोग वहां पहुंचे तो देखा कि दोनों कैनाल में डूबी हुई है. इसके बाद परिजन वहां पहुंचे और कैनाल में छलांग लगाकर दोनों को बाहर निकाला. परिजनों ने दोनों किशोरियों को जिंदा समझकर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इधर, डॉक्टरों द्वारा दोनों किशोरियों को मृत घोषित किये जाने के बाद परिजन चीत्कार उठें. घटना की सूचना पर जिला पार्षद शंकर यादवेंदु सदर अस्पताल पहुंचे और बिलखते परिजनों को समझा -बुझाकर शांत कराया. उन्होंने बताया कि घटना बहुत दुखद है. अगर कैनाल को गहरा नही खुदवाया जाता और मनरेगा द्वारा पौधों की सुरक्षा के लिए लगाश्यी गयी चचरी नहीं रहती तो संभवतः दोनों की जान बच सकती थी. उन्होंने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजा दिलाने की बात भी कही है. इस दौरान पैक्स अध्यक्ष शंभु यादव, मुखिया धनंजय यादव, राजद प्रखंड अध्यक्ष सरोज राम, रौशन कुमार मौजूद थे. इधर, घटना के बाद अस्पताल कर्मियों ने नगर थाना की पुलिस को सूचना दी. पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराकर शव संबंधित परिजनों को सौंप दिया. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों मृतकों के पिता किसान हैं. खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते है. गुड़िया तीन बहनों में बड़ी थी. उसके दो भाई है. वहीं आरती दो बहनों में छोटी थी. उसका एक ही भाई है. घटना के बाद से गुड़िया की मां पुष्पा देवी, आरती की मां मंजू देवी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है.
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