पोगर पंचायत : रोड नहीं, तो वोट नहीं का नारा किया बुलंद रफीगंज. रफीगंज प्रखंड के पोगर पंचायत के हसनपुर-मोहनपुर मोड़ को जाम कर ग्रामीणों ने सरकारी सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन किया. रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया. समाजसेवी इफ्तेखार अहमद, पंचायत समिति सदस्य उपेंद्र यादव, उप मुखिया भीम यादव, बबलू सिंह, मुखिया प्रतिनिधि शाहिद खुर्शीद, असफाक अहमद, इफ्तिखार अहमद, मो कमरू, मो जफर, मंसूर आलम, बाबूलाल पासवान, रफीक अहमद, प्रमोद यादव, लालदेव यादव, मो शफीक, अजीत यादव, विजय यादव, राजाराम यादव, पिंटू यादव, मो नजमुल, मो सलाम, मो मुर्तुजा, संजीत कुमार, अजीत यादव, आनंद कुमार, रोहित कुमार, मो सुहेब, मो शमसुद्दीन, पवन कुमार आदि ग्रामीणों ने आक्रोश जताया. कहा कि पोगर पंचायत के चारों ओर से सड़क जर्जर स्थिति में है. तेंदुआ राजौड़ा होते हुए शारदा बिगहा से पोगर, रफीगंज-ओबरा से पाठक बिगहा होते हुए शारदा बिगहा, दनई पुल से सिंधी पोखरा होते हुए पडराही, सिंधी पोखरा से मई होते बिहटा, मोहनपुर मोड़ से पाठक बिगहा, पोगर से पडराही, पोगर से करजारा, तेलथुआ तेंदुआ से पाठक बिगहा लिंक रोड, ओबरा पथ पराव बिगहा होते हुए सिंधी परेशानियों का कारण बन गया है. शारदा बिगहा में धावा नदी पर पुल का निर्माण नहीं किया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधि वोट मांगने आते हैं और जीत जाने के बाद पंचायत में चेहरा भी नहीं दिखाते हैं. अब हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे. रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा हमेशा गूंजता रहेगा. ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की जर्जरता ने उनका जीवन नर्क बना दिया है. पोगर पंचायत के गांवों में जाने वाली सड़क परेशानी का कारण बन गयी है. लोग बीमार पड़ते हैं तो गांव से रफीगंज आते-आते उनकी हालत गंभीर हो जाती है. स्कूली बच्चों को भी साइकिल एवं पैदल से चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बरसात आते ही सड़क पर एक से दो फुट तक पानी व कीचड़ का जमाव हो जाता है. ग्रामीणों ने कहा कि उनके आंदोलन का यह पहला चरण है. आगे और बड़े आंदोलन होंगे.
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