अब तक कई बार जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारियों का ध्यान कराया गया था आकर्षित
प्रतिनिधि, अंबासरकार द्वारा सभी गांव, टोला एवं बसावट को पक्की सड़क से जोड़ने की योजना है. इसके साथ ही शुद्ध पेयजल करने के लिए नल जल योजना शुरू की गयी है. स्वच्छता योजना एवं गांव के सौंदरीकरण पर भी लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, परंतु आज भी कई गांव के लोग बेहतर सड़क के लिए तरस रहे हैं. कुटुंबा प्रखंड की दधपा पंचायत के वार्ड आठ, दधपा दक्षिणवारी बिगहा इसका उदाहरण है. जहां के लोग आज भी सुगम पथ के लिए तरस रहे हैं. गांव के डॉ ओमप्रकाश, जितेंद्र कुमार मेहता, उमेश कुमार मेहता, रविंद्र मेहता, संतोष कुमार मेहता, राजू कुमार मेहता आदि ने बताया कि दधपा मेन रोड से दधपा दक्षिणवारी बिगहा तक सड़क की स्थिति काफी समय से जर्जर है. इसके लिए अब तक कई बार जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया गया, परंतु अब तक सड़क निर्माण के लिए केवल आश्वासन मिलता रहा. इधरए बरसात का मौसम आने के बाद सड़क की स्थिति और भी खराब हो गयी. कई जगह पर सड़क दब गयी, जिससे बड़े-बड़े गड्ढे उभर आये. ऐसे में आवागमन करने में काफी परेशानी हुई. आने-जाने के क्रम में कई लोग दुर्घटना के शिकार भी होने लगे. सबसे अधिक परेशानी तो महिलाओं एवं स्कूली बच्चे एवं मरीज को होती है. सुगम पथ नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में बच्चों का पढ़ाई बाधित होता है. वहीं मरीजों को अस्पताल ले जाने में भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने खुद से सड़क को मरम्मत करने का निर्णय लिया. रविवार को ग्रामीणों ने ट्रैक्टर से सड़क को समतल कराकर बालू डालकर मरम्मत किया. इस कार्य में डॉ ओमप्रकाश, जितेंद्र कुमार वर्मा, उमेश कुमार मेहता, रविंद्र मेहता, संतोष कुमार मेहता, राजू कुमार मेहता आदि ने सराहनीय भूमिका निभाई. इसके साथ ही धनंजय कुमार, राजू कुमार, सतीश कुमार, नीतीश कुमार, गोलू कुमार, मोहित कुमार, पप्पू कुमार, अंकित कुमार, विकास कुमार, राकेश कुमार, रोहित कुमार, सुधीर कुमार, आर्यन राज, राजा कुमार, अमित कुशवाहा, अंकेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, बसुराज कुमार आदि लोगों ने भी सहयोग प्रदान किया.
नल-जल सुविधा से भी वंचित
ऐसा नहीं है कि दधपा दक्षिणवारी बिगहा के ग्रामीण केवल सड़क की समस्या से ही जूझ रहे हैं, बल्कि गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव दिखता है. ग्रामीणों ने बताया कि अब तक नल जल योजना का क्रियान्वयन भी नहीं किया गया है. आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, परंतु केंद्र के संचालन हेतु भवन का निर्माण नहीं कराया गया है. ऐसे में केंद्र के संचालन में काफी समस्या आती है. फिलहाल गांव के सामुदायिक भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए हम सभी वर्षों से प्रतिनिधियों के समक्ष गुहार लगा रहे हैं. इसके बाद भी नहीं कराया जा रहा है. यदि स्थिति यही रही तो हम सभी विवश होकर वोट बहिष्कार करेंगे. सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग से संपर्क किया तो पता चला कि उक्त गांव में सड़क निर्माण के लिए डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजा गया है. डीपीआर पर विभागीय स्वीकृति प्राप्त होने के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है