सूर्य मंदिर में दर्शन करने से पहले श्रद्धालुओं ने पवित्र सूर्यकुंड तालाब में किया स्नान
प्रतिनिधि, देव.
सूर्यनगरी देव स्थित त्रेतायुगीय भगवान सूर्य का मंदिर लगातार अपनी प्रसिद्धि को पा रहा है. रविवार को दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सावन मास में दर्शन-पूजन करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है. औरंगाबाद के अलावे राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की. सूर्य मंदिर में दर्शन करने से पहले श्रद्धालुओं ने पवित्र सूर्यकुंड तालाब में स्नान किया और फिर दंडवत देते मंदिर पहुंचे. इधर, भीड़ होने के कारण श्रद्धालुओं को गर्भगृह के अंदर जाने पर रोक थी. श्रद्धालु भगवान सूर्य के गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन कर रहे थे. भगवान सूर्य के जयघोष से मंदिर परिषद गुंजायमान रहा. न्यास समिति सचिव विश्वजीत राय, कोषाध्यक्ष सुधीर सिंह की ओर से मंदिर में रविवार की भीड़ को देखते हुए पहले से ही मंदिर में अलग व्यवस्था की गयी थी. मंदिर के अंदर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. कार्तिक एवं चैत मास में यहां छठ व्रत करने देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. आद्रा के समय मेला लगता है. इसके अलावे हर रविवार एवं मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के भीड़ पहुंचती है. ऐसे में हर दिन मंदिर में पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. ज्ञात हो कि देव सूर्यमंदिर में भगवान सूर्य तीन स्वरूपों में विराजमान हैं. देव मंदिर में सात रथों से सूर्य की उत्कीर्ण प्रस्तर मूर्तियां अपने तीनों रूपों उदयाचल (प्रातः) सूर्य, मध्याचल (दोपहर) सूर्य और अस्ताचल (अस्त) सूर्य के रूप में विद्यमान हैं. पूरे देश में यही एकमात्र सूर्य मंदिर है, जो पूर्वाभिमुख न होकर पश्चिमाभिमुख है. मंदिर के गर्भ गृह में भगवान सूर्य, ब्रह्मा, विष्णु व महेश के रूप में विराजमान हैं. मंदिर में स्थापित प्रतिमा काफी प्राचीन है. पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष कुमार सौरभ के नेतृत्व में विभिन्न भिन्न जगहों पर पुलिस की तैनाती की गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है