बोधगया स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले भिक्षुओं का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है. इसके तहत उनके जन्म स्थान से संबंधित कागजात की मांग की जा रही है व उनके पास मौजूद कागजातों की जांच भी की जा रही है. पिछले दिनों बोधगया के एक बौद्ध मोनास्टरी में जांच के दौरान बगैर वीजा के ही बांग्लादेश से भारत पहुंचे व बोधगया में छुप कर रह रहे 62 वर्षीय एक भिक्षु को पकड़ा गया था. इससे पहले भी बोधगया के मियां बिगहा स्थित एक बौद्ध मठ से बांग्लादेश के ही नागरिक को पकड़ा गया था. लेकिन, तत्परता के साथ सभी बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले भिक्षुओं की सही तरीके से जांच-पड़ताल नहीं होने के कारण छुप-छुपा कर भिक्षुओं का प्रवास होते रहता है. दूसरे देशों के ही नहीं, बल्कि सूचना है कि देश के अन्य राज्यों व बिहार के कुछ जिलों से भी वैसे लोग बोधगया में बौद्ध भिक्षु बन कर प्रवास कर रहे हैं, जिन पर किसी न किसी रूप से आपराधिक मुकदमे भी दर्ज दर्ज हैं.
बोधगया के बौद्ध मठों पर विशेष नजर रखी हुई हैं सुरक्षा एजेंसियां
सुरक्षा एजेंसियां इन दिनों बोधगया के बौद्ध मठों पर विशेष नजर रखी हुई हैं व एक यूट्यूबर के पाकिस्तानी कनेक्शन के बाद अंतरराष्ट्रीय स्थल बोधगया में भी इसकी पड़ताल शुरू कर दी गयी है. जानकारी के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के आधार पर स्थानीय पुलिस भी बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले भिक्षुओं की पड़ताल शुरू कर चुकी है. हालांकि, इसी के साथ ही पुलिस होटलों व गेस्ट हाउसों की भी जांच-पड़ताल करने में जुटी है. इस संबंध में नागरिक विकास मंच, बोधगया के अध्यक्ष सुरेश सिंह व महासचिव हसिमूल हक का कहना है कि बोधगया के विभिन्न क्षेत्रों में अवस्थित बौद्ध मठों में रहने वाले भिक्षुओं के बारे में भी पुलिस को पुख्ता जानकारी रखनी चाहिए. इससे अवैध रूप से रह रहे देशी-विदेशी नागरिकों की सही पहचान हो सकेगी.
अरुणाचल प्रदेश का नागरिक बन रह रहा था बांग्लादेशी
बोधगया के रिवर साइड रोड स्थित बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन नाम से बने बौद्ध मठ में बांग्लादेश का नागरिक पवन कांती बरूआ बगैर वीजा व पासपोर्ट के चोरी-छुपे अरुणाचल प्रदेश पहुंचा व यहां उसने लोहित चौखाम के रहने वाले प्रोपुल चकमा के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाया. इसके बाद वह बोधगया पहुंचा और बौद्ध मठ में रहने लगा. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया व जेल भेज दिया गया. लेकिन, इसी तरह के अन्य मामले भी बोधगया में प्रकाश में आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, इसी को लेकर पुलिस अब विशेष छानबीन में जुट चुकी है.
जारी रहेगी छानबीन
बोधगया थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले भिक्षुओं के बारे में जांच-पड़ताल का काम जारी रहेगा व उनके भौतिक सत्यापन से संबंधित रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से यह कदम उठाया जा रहा है.
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क्यों है आवश्यक?
बोधगया व महाबोधि मंदिर पर आतंकी संगठनों ने दो मर्तबा अपनी मंशा जाहिर की है. यहां स्थित बौद्ध मठों के माध्यम से सुरक्षा में किसी तरह की चूक नहीं होने पाये, इसे लेकर अब यह आवश्यक हो गया है कि लगभग 70 से ज्यादा बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी स्थानीय प्रशासन के पास मौजूद रहे. हालांकि, होटलों के साथ ही प्रशासन ने बौद्ध मठों को भी सी- फॉर्म जमा करने का निर्देश दिया हुआ है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कब और कौन बोधगया आया व वापस लौटा.