पंजवारा. बाराहाट प्रखंड के पंजवारा बाजार में इन दिनों नकली धान बीज का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. इस काले धंधे के भरोसे व्यापारी मालामाल हो रहे हैं, जबकि खून पसीने से पैसे कमाने वाले किसान शोषित हो रहे हैं. किसान को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ उनके फसल पर भी इसका गलत असर पड़ रहा है. चिंताजनक बात यह है कि कृषि विभाग के पदाधिकारी इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे बैठे हैं. जिससे किसानों में आक्रोश फैल रहा है. फिलहाल धान की रोपनी की तैयारी का मौसम है और किसान बड़ी उम्मीद से बीज खरीद रहे हैं. लेकिन बाजार के कुछ कालाबाजारी करने वाले दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में भोलेभाले किसान का शोषण कर रहें हैं. जो लो-ग्रेड या नकली बीज को असली बताकर ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं. कई किसान धोखे में आकर यह बीज खरीद चुके हैं और खेत में लगाने के बाद जब अंकुरण नहीं हुआ, तो उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ.
कहते हैं किसान
स्थानीय किसान सरगुन महतो, मैनेजर महतो, बुच्चो मंडल, जीतन राम, सुधीर रजक, डब्लू बैठा, अशोक यादव, धनेश्वर मंडल, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि दुकानदार के बताने पर बाजार से ब्रांडेड बीज समझ कर लाए थे, वह खेत में डालने के बाद पूरी तरह फेल हो गया. उन्होंने बताया कि जब दुकानदार से शिकायत की गयी तो उल्टा उन्हें ही झूठा बताकर भगा दिया जाता है.
इस पूरे मामले पर कृषि विभाग निष्क्रियता सवालों के घेरे में है. विभाग की ओर से न तो बाजार में बीजों की जांच हो रही है, न ही किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि वे किस दुकानदार से प्रमाणित बीज खरीदें. इससे कृषि माफिया को खुला खेल खेलने का मौका मिल रहा है.स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करे. यदि प्रशासन अब भी नहीं जागा तो इसका सीधा असर क्षेत्र की कृषि उपज और किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा.कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में बीएओ इंद्रदेव दास ने बताया कि बाजार में उपलब्ध बीज नकली होने की कोई शिकायत उन्हें अभी तक नहीं मिली है. उनके द्वारा दुकान की जांच कर गुणवत्ता का पता लगाया जायेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा बाराहाट प्रखंड कार्यालय परिसर में भी किसानों को धान बीज सस्ते दरों पर उपलब्ध करायी जा रही है. इच्छुक किसान प्रक्रिया के तहत आकर यहां से धान ले सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है