बांका जिले के धौरी प्रवेश द्वार पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने किया उद्घाटन
बेलहर/बांका. शिव की आराधना का उत्सव श्रावणी मेला प्रारंभ हो गया है. बोल बम से पूरा मार्ग गुंजायमान है. इस बीच विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का बांका जिला अंतर्गत बेलहर प्रखंड के मुंगेर-बांका सीमा स्थित बदुआ नदी तट पर धौरी प्रवेश द्वार के पास सूबे के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, राजस्व मंत्री संजय सारंगी, पूर्व मंत्री सह बांका विधायक रामनारायण मंडल, स्थानीय विधायक मनोज यादव, विधान पार्षद विजय सिंह, कटोरिया विधायक डॉ निक्की हेंब्रम, डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे. श्रावणी मेले का शुभारंभ वैदिक मंत्र उच्चारण, पूजा-अर्चना के साथ-साथ नारियल फोड़ कर व फीता काट कर किया गया. इसके बाद बोल बम के जयकारे के साथ कांवारिया श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया. उप मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे थे. इसके बाद धौरी धर्मशाला में सभा को संबोधित किया. सभा स्थल पर डीएम व एसपी ने पौधा भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया.पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होगा हनुमाना डैम : सम्राट चौधरी
सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बाबा नगरी जाने में कांवरिया श्रद्धालुओं को पहले काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, लेकिन एनडीए गठबंधन की सरकार ने लगातार हमारे आस्था एवं धरोहर को समझने का काम किया है. जिसके कारण अब श्रद्धालुओं को श्रावणी मेला के मौके पर काफी सुविधा मिलती है. कच्ची कांवरिया पथ पर अब गंगा की बालू बिछाई जाती है. हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं. उन्होंने गंगा जल को अब जिले के हनुमाना डैम में लाने का काम किया है, जिसके लिए एक माह के बाद कार्य प्रारंभ हो जाएगा. इस क्षेत्र के विकास के लिए यहां पर उपस्थित सभी मंत्रियों के साथ-साथ हमारे मुख्यमंत्री भी हमेशा प्रतिबद्ध रहते हैं. बांका से मुख्यमंत्री का काफी लगाव रहा है. बदुआ नदी बांका मुंगेर क्षेत्र के लिए वरदान है. जिस पर बंधे हनुमाना डैम के विकास के लिए हम लोग काम कर रहे हैं. हनुमाना डैम का ओढ़नी डैम की तरह पर्यटक की दृष्टि से विकास किया जाएगा. उन्होंने बांका-मुंगेर को कोलकाता से जोड़ने के लिए सुपर हाईवे निर्माण की बात कही, जिसका कार्य बहुत जल्द प्रारंभ हो जाएगा. उन्होंने बताया कि बांका में विद्युत उत्पादन के लिए एटॉमिक एनर्जी पावर प्लांट भी लगाया जाएगा. ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी बात हो गयी है तथा जमीन चयन के लिए जिला अधिकारी को निर्देशित किया गया है.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार संकल्पित : विजय सिन्हा
उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने मेला उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि आस्था एवं अटूट श्रद्धा भक्ति एकता का केंद्र सुल्तानगंज अजगैबीनाथ से देवघर तक बोल बम का नारा है, भोला एक सहारा है के नारे से गुंजायमान रहता है. पर्यटक के क्षेत्र में कांवरिया श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिए राज्य एवं केंद्र सरकार मिलकर विकास और विरासत को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है. सजगता के साथ हम सब कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा भावना से काम कर रहे हैं. पूर्व में कांवरिया पथ पर बालू बिछाने में काफी धांधली हुई थी, जिसे हमने ठीक किया है. एनडीए की सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध काम कर रही है.
पिताजी ने क्षेत्र का किया था विकास : जयंत राज
भवन निर्माण मंत्री जयंत राज ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि यह क्षेत्र हमारे पिता जनार्दन मांझी का भी रहा था. जहां उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण काम किये. बांका का सौभाग्य है कि इतना बड़ा श्रावणी मेला कावंरिया पथ का 70 किलोमीटर क्षेत्र बांका जिले में ही पड़ता है. इसके कारण यहां की जनता पदाधिकारी एवं नेता-कार्यकर्ताओं को देश-विदेश से आए कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा करने का मौका मिलता है, जिसे यहां के लोग काफी उत्साह पूर्ण करते हैं. जब से एनडीए की सरकार बिहार में बनी है, श्रावणी मेला को लेकर विशेष काम किए हैं. पहले सुईया पहाड़, जिलेबिया पहाड़ आदि जगहों पर कंकड़ से कांवरिया श्रद्धालुओं के पैर कट जाते थे, लेकिन एनडीए की सरकार ने इसे सुलभ एवं आसान करने के लिए गंगा के बालू के साथ-साथ समय-समय पर पानी का भी छिड़काव करवाने की व्यवस्था की है.
बेलहर क्षेत्र में कांवरिया मेला सौभाग्य की बात : मनोज
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक मनोज यादव ने बताया कि बहुत सौभाग्य की बात है कि इस बार श्रावणी मेला कांवरिया पथ पर बेलहर क्षेत्र में मेले का उद्घाटन करने बिहार के दो-दो उप मुख्यमंत्री के साथ दो मंत्री उपस्थित हैं. उन्होंने बताया कि कांवरिया पथ पर एनडीए की सरकार के द्वारा श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए जो काम किया गया है, वह काबिल-ए-तारीफ है. कांवरिया श्रद्धालुओं को सुल्तानगंज से देवघर कांवर यात्रा में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है.
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