भागलपुर में मंगलवार को ही मॉनसून का प्रवेश हो चुका है. वहीं यह इलाका बाढ़ प्रभावित होने के कारण इससे होनेवाली आपदा से निबटने के लिए तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. जिला प्रशासन के स्तर से सामग्रियों की खरीद की तैयारी की जा चुकी है. बाढ़ के दौरान जरूरत के अधिकतर साधन भी जुटाये जा चुके हैं. जिला आपदा प्रबंधन शाखा के अपर समाहर्ता कुंदन कुमार ने बताया कि सात व आठ नंबर स्पर के बीच इस्माइलपुर तटबंध पिछले वर्ष क्षतिग्रस्त हो गया था. इसमें 22 मीटर लोहे के चदरे की पाइलिंग की जा रही है. साथ ही इसे मजबूत बनाये रखने के लिए अन्य कार्य किये जा रहे हैं. 30 जून तक तटबंध दुरुस्त हो जायेगा. इस तटबंध पर अतिक्रमण की समस्या है, जिसे हटाने की कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए टीम गठित की जा रही है. जिले में 167 शरण स्थल चिह्नित कर लिये गये हैं, जहां बाढ़ में फंसनेवाले गांवों के लोगों को ठहरने की सुविधा दी जायेगी. खाद्य व अन्य सामग्रियों का टेंडर हो चुका है. 147 नावों का एकरारनामा हो चुका है, जिसकी दर प्रमंडलीय आयुक्त के स्तर से निर्धारित की जा चुकी है. पशु चारा की खरीदारी की तैयारी भी हो गयी है. पुआल की कुट्टी, गेहूं का भूसा व चोकर की आपूर्ति के लिए टेंडर हो चुका है. सबौर प्रखंड के मसाढ़ू गांव के गंगा में समाने के खतरे को देखते हुए कटाव निरोधक कार्य के लिए एजेंसी बहाल की गयी थी. 30 जून तक काम पूरा करने का निर्देश एजेंसी को मिला है.
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