-सालों से तैयार योजना पर भी शुरू नहीं हो रहा है काम, निगम कार्यालय भवन का भी लटका है कामवरीय संवाददाता, भागलपुरनगर निगम का भी जवाब नहीं. पहले तो काम के लिए फंड नहीं जुटता है और फंड है तो काम नहीं करा रहा है. निगम के खाते में फिलहाल 235 करोड़ रुपये पड़ा है. नगर विकास आवास विभाग ने भी 22 करोड़ 88 लाख रुपये दिया है. बावजूद, इसके शहर के लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए भटकना पड़ रहा है. न तो आमलोगों को अच्छा पार्क मिल सका है और न ही कारोबारियों को कारोबार के लिए नयी जगह. हाल यह है कि पिछली गर्मी में ही प्याऊ की आवश्यकता महसूस की गई थी. इस गर्मी में इस पर मुहर लगी और अब अगली गर्मी में पानी मिलेगा. दरअसल, निगम सिर्फ प्लानिंग तक ही सीमित है. प्लानिंग पर दस फीसदी भी काम नहीं हो पा रहा है. आमलोगों की छोड़ें निगम अपने कार्यालय भवन तक का निर्माण कार्य भी साल भर में शुरू नहीं कर सका है.
मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स : साल भर से चल रही कोशिश, अबतक सफलता नहीं
शहर में तीन जगहों पर मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स बनाने की कोशिश पिछले एक साल से की जा रही है. एक पर भी काम शुरू नहीं हो सका है. कुछ दिन पहले दीपनगर चौक स्थित निगम ने खुद की खाली जमीन पर मार्केटिंग कॉप्लेक्स बनाने के लिए डीपीआर कंसल्टेंट एजेंसी बहाली की प्रक्रिया शुरू की है लेकिन, काम कब शुरू होगा, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है.साल पहले पार्क निर्माण के लिए 03 जगह चिह्नित, काम शुरू नहीं
साल भर पहले नगर निगम पार्क निर्माण के लिए जगह चिह्नित किया है. इसमें दक्षिणी शहर का गेंद खाना मैदान, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एवं टीएनबी कॉलेजिएट का मैदान शामिल है. तीनों जगह में से कहीं भी पार्क का निर्माण शुरू नहीं हो सका है. मजे की बात यह है कि दक्षिणी शहर का गेंद खाना मैदान को निगम ने चिह्नित किया और इसकी निविदा बुडको ने जारी कर दी. इसमें तकनीकी गड़बड़ी बताकर इसको होल्ड कर दिया गया है.
81 सड़क व नाले का निर्माण के लिए अब तक ठेका एजेंसी बहाल नहीं
नगर निगम ने जरूरी मानकर 81 सड़कों के निर्माण की योजना बनायी. साथ में नाला निर्माण कार्य को भी शामिल किया गया. लेकिन, कई महीनों बाद भी इस कार्य के लिए ठेका एजेंसी बहाल नहीं कर सकी है. यह काम 13 करोड़ 38 लाख रुपये की है.102 प्याऊ बनाने की योजना, इस गर्मी में नहीं बुझेगी प्यास
नगर निगम ने हर वार्ड में दो-दो प्याऊ यानी, सभी 51 वार्डों में 102 प्याऊ बनाने की योजना बनायी है. यह भी निविदा की प्रक्रिया में है. तीन महीने में बनने वाले इस प्याऊ के लिए जब तक संवेदक बहाल नहीं हो जाता है, तब तक काम शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं है. इसकी फाइल पहले कई महीनों तक टेबल पर पड़ी रह गयी थी. प्याऊ निर्माण पर 6.37 करोड़ खर्च होंगे.निगम कार्यालय बिल्डिंग निर्माण के लिए साल भर बाद भी नहीं बना डीपीआर
नगर निगम के कार्यालय भवन का निर्माण होना है. साल भर बाद भी डीपीआर नहीं बन सका है. हालांकि, कंसल्टेंट एजेंसी बहाल की जा रही है लेकिन, जबतक कार्य एजेंसी बहाल नहीं होगी, तब तक निर्माण शुरू नहीं हो सकेगा. करीब 30 करोड़ की राशि से बिल्डिंग का निर्माण होना है. —डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है