मुंगेर के संग्रामपुर निवासी रवि कुमार (22 वर्ष) ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. गंभीर हालत में उसे मायागंज अस्पताल लाया गया था, जहां इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गयी. रवि की मौत से पहले ही उसके परिवार में दो लोगों की मौत हो चुकी है. तीन माह के अंदर तीन लोगों की मौत से पूरा परिवार टूट गया है और अब परिवार में पिता व पुत्री ही बच गये हैं.
सड़क हादसे में हुई थी बड़े भाई सूरज की मौत
परिजनों ने बताया कि चार मार्च को रवि के बड़े भाई सूरज की सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. बेटे की असामयिक मौत का सदमा उसकी मां बर्दाश्त नहीं कर सकीं और 13 दिन बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया. इसके कुछ दिन बाद जीविका चलाने वाली एक मात्र भैंस की भी मौत हो गयी. फिर शनिवार को रवि ने भी फसलों के लिए उपयोग में लाये जाने वाला कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या कर ली.
शनिवार को देर रात रवि ने खा लिया कीटनाशक
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मृतक रवि के पिता चंदेश्वरी यादव ने बताया कि शनिवार की रात रवि ने उसे खाना खिलाया फिर अपने कमरे में चला गया. रात्रि 11 बजे उसे उल्टी होने लगी तो उसे संग्रामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताते हुए बेहतर इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच मायागंज रेफर कर दिया गया. मायागंज में इलाज के क्रम में रवि की मौत हो गयी. मौत के बाद मायागंज स्थित बरारी कैप थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. जबकि पुलिस ने पिता का बयान भी कलमबद्ध किया है.
अब पिता-पुत्री ही बच गये घर में
चंदेश्वरी यादव ने बताया कि अब घर में केवल एक बेटी बची है. पत्नी, दोनों बेटों ने साथ छोड़ दिया. अब जीविकोपार्जन के लिए भी उसके पास कोई साधन नहीं है. एक पशु था वह भी मारा गया है. मेरा पूरा घर उजड़ गया. महज तीन माह में ही उसने सबकुछ खो दिया. घटना के बाद चंदेश्वरी और उसकी पुत्री काफी आहत थे और बार बार भगवान को कोस रहे थे.
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