– राजभवन से टीएमबीयू को पिछले वर्षों में प्राप्त हुए पत्रों पर की गई कार्रवाई को लेकर कुलपति ने की समीक्षा बैठक- सूची उपलब्ध कराने के लिए दी गयी तीन दिनों की मोहलत
वरीय संवाददाता, भागलपुर
पिछले दो वर्षों में राजभवन से टीएमबीयू को प्राप्त लंबित पत्रों पर अब तक की गयी कार्रवाई मामले में कुलपति प्रो जवाहर लाल ने सोमवार को अपने आवासीय कार्यालय में विश्वविद्यालय अधिकारियों, प्रशाखा पदाधिकारियों व सेक्शन इंचार्जों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने विवि के करीब दो दर्जन शाखाओं व कार्यालयों की बारी-बारी से समीक्षा की. कुलपति को जानकारी दी गयी कि स्थापना शाखा में अब तक राजभवन से कुल 31 पत्र प्राप्त हुए हैं. जबकि पेंशन शाखा में भी 31, कॉलेज इंस्पेक्टर कार्यालय में 2, एनएसएस कार्यालय में 13, सीसीडीसी कार्यालय में 11, अकाउंट से जुड़े 6 पत्र, क्लेम के 7, रिसर्च सेक्शन में 3, लीगल के 3, एस्टेट से जुड़े 2 व इंजीनियरिंग सेक्शन में 11 पत्र आये हैं. कुछ अधिकारी और कर्मचारी पूरी तैयारी और सूचना के साथ मीटिंग में नहीं आये थे. इसे लेकर कुलपति ने नाराजगी जताते हुए कार्य शैली में बदलाव लाने को कहा. रजिस्ट्रार व कुलपति कार्यालय से भी राजभवन द्वारा किये गये पत्राचार व पेंडिंग मामलों की जानकारी वीसी ने मांगी.कुलपति ने कहा कि दिये गये फॉर्मेट में तीन दिनों के भीतर पूरी सूचनाएं मांगी गयी हैं. निर्धारित समय तक राजभवन के पत्राचार से जुड़ी सूचना नहीं देने वाले विभागों के अधिकारियों, सेक्शन ऑफिसर व इंचार्ज का वेतन तुरंत रोक जायेगा. साथ ही मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जायेगी. पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि कुलपति प्रो जवाहर लाल ने राजभवन से विश्वविद्यालय को प्राप्त लंबित पत्रों के मामले में सख्ती दिखाते हुए लचरता और कोताही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिये है.
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