बीएयू सबौर में बुधवार को महिला किसान और वैज्ञानिकों के लिए चावल आधारित कृषि खाद्य प्रणाली विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें 25 से ज्यादा महिला किसानों ने भाग लिया. इस अवसर पर कुलपति डॉ बीआर सिंह ने कहा कि भारत में कृषि प्रमुख रूप से रोजगार का साधन है और इसमें महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. महिलाओं के पास अधिकांश स्तर पर पर्याप्त साधन एवं प्रशिक्षण की कमी होती है. इस कार्यशाला के माध्यम से महिला किसानों को धान की कृषि तकनीकी जानकारी प्रदान की जाएगी. महिलाओं को कृषि फसल तकनीक में हो रहे नवाचार कृषि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की जानकारी कृषि क्षेत्र में महिला उद्यमियों के लिए अवसर एवं फसल प्रबंधन आदि विषयों पर जानकारी प्रदान की जायेगी. कार्यशाला मं डॉ आरके सुहाने निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ अनिल कुमार सिंह निदेशक अनुसंधान, डॉ अजय कुमार साह अधिष्ठाता कृषि, डॉ श्वेता शांभवी निदेशक छात्र कल्याण सहित अन्य पदाधिकारियो ने भाग लिया. आइआरआरआइ आइएसएआरसी वाराणसी के वैज्ञानिकों की टीम द्वारा क्षमता, आवश्यकता, मूल्यांकन द्वारा महिला किसानों और महिला वैज्ञानिकों को धान आधारित कृषि खाद्य प्रणालियों का मूल्यांकन किया गया. कार्यक्रम में बांका, मुंगेर, खगड़िया, पूर्णिया एवं भागलपुर जिले के महिला किसानों ने भाग लिया.
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