श्रावणी मेला उद्घाटन के बाद सुलतानगंज में श्रद्धा और भक्ति की गंगा बह निकली है. सावन मास के दूसरे दिन शनिवार को हजारों कांवरिया गंगाजल से भर कांवर लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर की ओर प्रस्थान किये. नगर का हर कोना ‘बोल बम’ के जयघोष से गूंज उठा और वातावरण पूरी तरह शिवमय हो गया. दिन और रात का फर्क मिट गया है. हर दिशा में कांवरिया ही दिखाई दे रहे हैं. पूरा कांवरिया पथ केसरिया रंग में रंग चुका है. जगह-जगह अस्थायी दुकान, सेवा शिविर और सुविधा केंद्र पर श्रद्धालुओं की सेवा में लोग लगे हैं. स्थानीय लोग भी श्रद्धा से कांवरियों का स्वागत कर रहे हैं.
भक्ति भाव से ओतप्रोत श्रद्धालु
कांवरिया मधु कुमारी, विनोद कुमार, पिंकी देवी और मुन्ना सिंह जैसे श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान शिव को प्रसन्न करना अत्यंत सरल है. बाबा बैद्यनाथ को ‘मनोकामना लिंग’ माना जाता है, जिनकी पूजा से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. श्रद्धालुओं ने रावण की शिव भक्ति का उल्लेख करते हुए बताया कि भगवान शिव ही ब्रह्मांड के सृजन, पालन और संहार के देवता हैं. केवल एक बूंद गंगाजल से वह प्रसन्न हो जाते हैं.प्रशासन सतर्क, सेवा भाव में तत्पर
श्रावणी मेला को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. डीएम ने मेला क्षेत्र में तैनात सभी अधिकारियों व कर्मियों को सेवा भाव से कार्य करने का निर्देश दिया है. कांवरिया पथ को पूरी तरह दुरुस्त कर साफ-सफाई, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं सुलभ करायी गयी है.एक लाख 25 हजार कांवरियों ने भरा गंगाजल, डाक बमों की रही भीड़
गंगाघाट से लगभग आठ बजे शाम तक एक लाख 24 हजार 533 श्रद्धालुओं ने गंगाजल भर कर देवघर की यात्रा शुरू की. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 733 डाक बमों में 14 महिला डाक बम शामिल रहीं. सैकड़ों कांवरिया वाहन से भी यात्रा कर रहे हैं. कांवरियों का आगमन व प्रस्थान निरंतर जारी है. इधर उत्तरवाहिनी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है