= जगन्नाथ स्वामी मंदिर से निकली गयी भव्य रथयात्रा
प्रतिनिधि, कहलगांव
कहलगांव- मारवाड़ी टोला स्थित जगन्नाथ स्वामी मंदिर से निकाली गयी. भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा, जो शहर के विभिन्न जगहों का भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर आकर संपन्न हुई. रथ यात्रा में भारी संख्या में पुरुष और महिला श्रद्धालु शामिल थे, जो हरि नाम कीर्तन करते हुए रथ यात्रा के साथ चल रहे थे. इस अवसर पर मंदिर में भव्य भंडारे का भी आयोजन किया गया, जहां उपस्थित लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. मान्यता है कि प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ का रथ यात्रा निकाली जाती है. वहीं कुछ धार्मिक स्थलों में द्वितीय से दसवीं तिथि के बीच रथ यात्रा निकालने की परंपरा भी कायम है. बताया जाता है कि जो मनुष्य प्रभु जगन्नाथ के रथ का स्पर्श कर लेता है या उसको खींचता है उसके सभी पाप स्वत: नष्ट हो जाते हैं. इस दौरान भारी संख्या में शामिल श्रद्धालु रथ के रस्सी को खींचकर इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने .मान्यता के अनुसार एक दिन भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने शहर घुमाने का आग्रह किया, जिसके बाद जगन्नाथ स्वामी ने रथ में बैठकर बहन को पूरे शहर का भ्रमण कराया.शहर भ्रमण के दौरान अपनी मौसी के घर में गए जहां सात दिनों तक रुके थे.तभी से यह परंपरा चली आ रही है और प्रत्येक वर्ष पुरी शहर के तर्ज पर विभिन्न जगहों में यह रथ यात्रा निकलती है. कहलगांव थानाध्यक्ष अतुलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस के जवान और महिला पुलिस भी भक्तों की सुरक्षा में खड़े रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है