सोमवार की शाम करीब 6 बजे बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक के आंचलिक कार्यालय के सामने बैंक कर्मचारियों ने एकजुट होकर प्रदर्शन और सभा आयोजित की. यह कार्यक्रम केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा 9 जुलाई को आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में आयोजित किया गया. हड़ताल मजदूरों, बैंक-कर्मियों, इंश्योरेंस कर्मचारियों, किसानों, खेतिहर मजदूरों व असंगठित क्षेत्र के कामगारों की मांगों को लेकर की जा रही है. सभा को अरविंद कुमार रामा, एपी सिंह, कृष्ण कुमार, अतुल कुमार और नवनीत कुमार ने संबोधित किया. वक्ताओं ने सरकार की जनविरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए जोर दिया कि देश के मजदूरों और किसानों के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने फोर लेबर कोड की वापसी, आउटसोर्सिंग पर रोक, असंगठित कामगारों को 9 हजार मासिक पेंशन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, महंगाई पर नियंत्रण, निजीकरण पर रोक और किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देने जैसी मांगों को प्रमुखता से उठाया. बैंक कर्मचारियों ने बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर को मजबूत करने, एफडीआई पर रोक, सार्वजनिक इंश्योरेंस कंपनियों का एकीकरण, ऋण वसूली सुधार, ग्राहकों पर सेवा शुल्क घटाने और बैंकों पर जीएसटी समाप्त करने की मांग की. सभा में गुड़िया कुमारी, नेहा सुमन, शिल्पा, शिप्रा, नीरज सिंह, अमर कुमार, अभय मिश्रा, अमिता पांडेय समेत करीब 100 लोग शामिल हुए. प्रदर्शन के दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गये और 9 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया गया.
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