-टाउन हॉल में जिला प्रशासन की ओर से मनाया गया जिले का स्थापना दिवस-कार्यक्रम को मेयर, एसएसपी ने भी किया संबोधितवरीय संवाददाता, भागलपुर
जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि सभी के सहयोग से भागलपुर की ऐतिहासिक धरती के विकास के लिए प्रयासरत हैं. इसमें समय थाेड़ा समय लग रहा है लेकिन, विश्वास है जरूर सफल होंगे. हमने उड़ान-2 में एयरपोर्ट के लिए बात कर लिया है. शहर की स्थापना पुरातन काल में हुआ है. पूर्वजों ने सोच-समझ कर स्थापित किया होगा. दरअसल, उस वक्त जलमार्ग मजबूत था. फिर से इसको मजबूत किया जायेगा. जल मार्ग पर बहुत काम होगा और इसका रिजल्ट बहुत जल्द देखने को मिलेगा. टाउन हॉल में पहली बार जिले का स्थापना दिवस मनाया गया. डीएम ने लोगों को संबोधित किया.उन्होंने कहा कि पूर्व मध्य रेलवे और पूर्वी रेलवे को कनेक्ट करने का हो रहा है. फिलहाल दोनों के बीच गंगा है. रेल पुल बनेगा और जमीन अधिग्रहण प्रक्रियाधीन में है. विक्रमशिला के इतिहास को गौरवशाली बनाने के लिए विक्रमशिला यूनिवर्सिटी की स्थापना की घोषणा हो चुकी है. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है. इस सेशन में काम स्टार्ट करायेंगे. सड़क समेत कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में है. सभी पर काम होगा.
इस धरती पर सालों भर उत्तरायन गंगा बहती है. उसके लिए भी प्रोजेक्ट तैयार किया है और यह स्टार्ट हो रहा है. यह गंगा उत्तरायन प्रोजेक्ट है. सुलतानगंज की धरती को सांस्कृतिक नगरी बनाने के लिए भी हमारा प्रपोजल है. वंदे भारत का प्रपोजल है. सभी पर काम होगा. डीएम ने आगे कहा कि यह जिले के लोगों को भरोसा दिलाता हूं.डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि यह भाग्य नगरी है. महाभारत में भी देखा है.यह दानवीर कर्ण की धरती है. इस धरती की जितनी तारीफ की जाये, वह कम है. इसे बिहार की राजधानी होनी चाहिए. इसका जिस तरह से प्राचीन इतिहास है, उसी तरह से सभी के प्रयास से विकास होगा. मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने कहा कि भागलपुर जिला स्वास्थ्य, शिक्षा व मूलभूत सुविधाओं में आगे है. यहां सिर्फ जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय हुआ करता था लेकिन, अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है. कैंसर अस्पताल डेवलप हो गया है. कला संस्कृति में भी आगे हैं. मंजूषा को जीआई टैग मिला है. उड़ान भरने का मन बना लिया है. जल्द ही एयरपोर्ट मिलेगा. विक्रमशिला विश्वविद्यालय स्थापित होगा. नगर आयुक्त डॉ प्रीति ने कहा कि यह अंग की नगरी है. इतिहास गौरवशाली रहा है. यह राजधानी पटना से कम नहीं है.
एसएसपी हृदय कांत ने कहा कि भागलपुर के कई नाम हैं. इसको भोलेनगरी भी कहा जाता है. प्रकृति ने भी अच्छी तरह से शहर को बनाया है. हमारी धरती उपजाऊ है. कार्यक्रम से पूर्व स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित उद्घाटन सांसद अजय कुमार मंडल, जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत, महापौर डॉ बसुंधरा लाल व अन्य ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर डिप्टी मेयर डॉ सलाउद्दीन अहसन, जिला परिषद उपाध्यक्ष डॉ प्रणय कुमार, नगर आयुक्त डॉ प्रीति, नगर पुलिस अधीक्षक शुभांक मिश्रा, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह व अन्य थे.सवा हाथ जमीन घट गयी, नहीं तो काशी बटेश्वर स्थान के पास होता स्थापित
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि हमने सुना है कि सवा हाथ जमीन बाबा बटेश्वर स्थान के पास घट गयी थी, इस वजह से काशी की स्थापना बटेश्वर स्थान के पास नहीं हो सकी. यदि सवा हाथ जमीन कम नहीं पड़ती तो संभवत: काशी यहीं होता.सांसद की फिसली जुबान, स्थापना दिवस को बोल दिया महोत्सव
सांसद अजय मंडल की जुबान फिर फिसली. वह भागलपुर जिले के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्होंने स्थापना दिवस को महोत्सव बोल दिया. हालांकि, उन्होंने तुरंत सॉरी बोलकर इसमें सुधार कर लिया और इसको स्थापना दिवस बताया. लेकिन, सांसद ने जिलाधिकारी को जिलाध्यक्ष बता दिया और इसमें वह सुधार नहीं कर सके. इसके साथ ही उन्होंने भागलपुर ऐतिहासिकता की चर्चा की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है