भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन परियोजना के पहले फेज में ढाकामोढ़ तक सड़क निर्माण की प्रक्रिया अब रफ्तार पकड़ने लगी है. इस फोरलेन परियोजना के तहत बांका जिले में भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई तेज कर दी गयी है. किमी 117 से लेकर 134 तक के हिस्से में 40.072 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसके लिए भू-अर्जन विभाग ने जमीन की पहचान पूरी कर ली है और उससे संबंधित रिपोर्ट को भेज दिया गया है.
इस बीच सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) ने अधिग्रहण से जुड़ा गजट भी प्रकाशित कर दिया है. इसमें प्रभावित भूस्वामियों को उनकी जमीन से संबंधित आपत्ति दर्ज कराने का अवसर दिया गया है. गजट प्रकाशन की तिथि से 21 दिनों के भीतर संबंधित भूस्वामी अपनी आपत्ति स्थानीय भू-अर्जन कार्यालय में लिखित रूप से दर्ज करा सकते हैं. इसके बाद सक्षम प्राधिकारी भूस्वामियों की आपत्तियों का निपटारा करेंगे.
07 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित
चांदन और कटोरिया प्रखंड के सात गांवों की जमीन चिह्नित किया गया है. इन गांवों से होकर गुजरने वाले फोरलेन के लिए कुल 40.072 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जायेगी.
406 भूस्वामियों की ली जायेगी जमीन
गजट अधिसूचना के अनुसार इन क्षेत्रों में 406 भूस्वामियों की निजी जमीन को अधिग्रहण के लिए चिह्नित किया गया है. अधिकांश जमीन निजी स्वामित्व वाली है, जबकि कुछ सरकारी भूमि भी इस दायरे में है. अधिग्रहण क्षेत्र में काली मंदिर, परती जमीन और कुछ मकानों के हिस्से भी शामिल हैं.फोरलेन बनने से दूरी होगी कम, आवागमन होगा सुगम
फोरलेन के निर्माण से भागलपुर से झारखंड के हंसडीहा तक की दूरी कम होगी और आवाजाही सुगम होगी. इससे व्यापारिक गतिविधियों के साथ क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी.
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