दूसरी योजनाओं की तरह भोलानाथ आरओबी का निर्माण भी तय समय से एक साल पीछे चला गया है. इसे एक महीने पहले बन जाना था, डेडलाइन फेल हो गयी है. पुल निर्माण निगम ने अब डेडलाइन 31 दिसंबर 2025 निर्धारित किया है लेकिन, आरओबी के बीचों-बीच दो रेलवे पुल होने के कारण रेलवे से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिलने से काम अटका हुआ है. नतीजतन, अब तक इस हिस्से में कार्य शुरू भी नहीं हो सका है. कुल 41 पिलरों में से कई के नींव का काम भी अधूरा है. ऐसे में संभावित डेडलाइन पर भी आरओबी के बनकर तैयार होने की उम्मीद कम है.
भीखनपुर की तरफ निर्माण निगम के अभियंताओं के सामने ज्यादा चुनौतियां हैं. पुल निर्माण निगम के अनुसार परियोजना को पूरा करने में अभी छह महीने का अतिरिक्त समय लगेगा. यानी अगले साल होली तक शहरवासियों को जाम और कीचड़ से निजात नहीं मिल सकेगी. लगभग 86.17 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह आरओबी 1392 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा होगा. पुल निर्माण निगम के एसडीओ के अनुसार एनओसी अभी प्रक्रियाधीन है.रेलवे की एनओसी बनी दो साल से लटके निर्माण की सबसे बड़ी बाधा
पिछले दो सालों से चल रहे आरओबी निर्माण में रेलवे की एनओसी सबसे बड़ी बाधा बनकर सामने आयी है. निर्माण एजेंसी और पुल निर्माण निगम लगातार रेलवे से एनओसी न मिलने को काम में देरी की वजह बता रहे हैं. आरओबी के लिए जून 2023 में टेंडर फाइनल किया गया था और दिसंबर में मुख्यालय से अप्रूवल मिला. लेकिन काम की शुरुआत में ही छह महीने की देरी हो गयी. वर्ष 2023 और 2024 में दुर्गापूजा व कालीपूजा के समय कुछ दिनों के लिए कार्य बाधित हुआ.
बारिश में निर्माण ठप, कीचड़ और फिसलन से लोग परेशान
बारिश के चलते भीखनपुर से त्रिमूर्ति चौक तक मजदूरों ने काम बंद कर दिया है. इस दौरान सड़क की हालत बदतर हो गयी है. पैदल चलना भी परेशानी से भरा है. कीचड़ और फिसलन के कारण कई लोग चोटिल हो चुके हैं. बारिश के दिनों में लोग घरों में कैद होकर रह गये हैं.
भूमि अधिग्रहण का काम अधूरा
शीतलास्थान चौक के पास ए-1 और त्रिमूर्ति चौक के पास ए-2 पियर के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी बाकी है. आरओबी के नीचे जिस हिस्से में निर्माण हो रहा है वहां दो रेलखंड मौजूद हैं. यही वजह है कि रेलवे की मंजूरी के बिना पाइलिंग कार्य नहीं हो पा रहा है. बौंसी और भोलानाथ रेल पुल के बीच 7 पिलरों की पाइलिंग होनी है लेकिन, रेलवे की एनओसी न मिलने से 8 से 14 नंबर पिलरों पर कोई कार्य नहीं हो पा रहा है.
भोलानाथ आरओबी एक नजर में
लागात: 86.17 करोड़ रुपयेफाउंडेशन: 76 प्रतिशतसब स्ट्रक्चर : 65 प्रतिशतसुपर स्ट्रक्चर : 22 प्रतिशतअप्रोच रोड : कार्य शून्यखर्च : 26.71 करोड़ रुपयेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है