सन्हौला प्रखंड के धुआवै पंचायत काली मंदिर परिसर स्थित बिहार सरकार की जमीन को बुधवार को सन्हौला प्रशासन ने पुलिस बल के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कराया. उक्त जमीन पर करीब 50 वर्षों संजय यादव, पींटू यादव, अरबिंद यादव, बिलास यादव, नागेश्वर यादव, भोठी यादव, शंभू यादव, हरि यादव, कैशे यादव, गौतम यादव, बासु यादव, उदय यादव, बिनय यादव, भोपाल यादव घर बनाकर रह रहे थे. सीओ के नेतृत्व में कार्रवाई के दौरान एक दर्जन से अधिक कच्चे और पक्के मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया. कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी. दंगा नियंत्रण टीम के साथ चार थाने अमडंडा, सन्हौला, कहलगांव और सनोखर की पुलिस मौजूद थी. सन्हौला सीओ रजनीश चंद्र राय ने बताया कि बिहार सरकार की जमीन पर पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जायेगा, इसलिए बिहार सरकार की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया. जिला प्रशासन ने तीन महीने पहले ही नोटिस जारी कर सभी लोगों को घर खाली करने का आदेश दिया था, लेकिन लोग नहीं माने. प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जमीन को खाली करा दिया. एक युवक ने दंगा नियंत्रण टीम पर ईंट चला दी, जिसे पकड़ कर पुलिस ने हिरासत में ले लिया. जिनका घर तोड़ा गया, वह अब खुले आसमान के नीचे गाय भैंस लेकर रहने को मजबूर हैं. छोटे-छोटे बच्चे बिना छत के हैं. कई परिवार के घरों में चूल्हा तक नहीं जला. लोगों का अनाज और जरूरी सामान बिखर गया. इस कार्रवाई पर कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि पंचायत के मुखिया का घर भी तो बिहार सरकार की जमीन पर है, तो उसे भी खाली कराना चाहिए. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कई महिलाएं अपने घर टूटते देख रो-रोकर बेहोश हो गयी. इस दौरान अंचल अमीन नीतू कुमारी, राजस्व कर्मचारी, सनोखर थाना प्रभारी सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे.
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