– पीरपैंती का एग्रीफीडर एग्रीकल्चरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप कंपनी बना माध्यम- अब किसानों को मिलेगा मक्का का उचित मूल्य- 30 मई तक किया जाना है चेन्नई की कंपनी को पहली खेप की आपूर्ति
– 1800 किसानों से मक्का आपूर्ति के लिए की जा चुकी है बात- पहली खेप से किसानों को होगी करीब छह करोड़ की आयदीपक राव, भागलपुर
भागलपुर के किसानों से पहली बार दक्षिण भारत की बड़ी कंपनी मकई खरीदेगी. इसे लेकर पीरपैंती के युवाओं द्वारा तैयार स्टार्टअप कंपनी एग्रीफीडर एग्रीकल्चरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 2500 मिट्रिक टन का ऑर्डर भी मिल चुका है. यह आपूर्ति इसी माह के अंत तक कर दिया जाना है. इससे भागलपुर के किसानों की जेब में तकरीबन छह करोड़ रुपये आयेंगे और इससे 10 हजार किसानों को लाभ मिलेगा. एग्रीफीडर के संस्थापक रमण कुमार ने बताया कि एग्रीफीडर एक कृषि-तकनीक स्टार्टअप है जो किसानों को बाजार से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने के लिए काम करती है. इसके जरिये लेमनग्रास, हर्बल चाय, चना सत्तू, मोरिंग सत्तू, शहद जैसे प्रोडक्ट पूरे देश में मशहूर है. अब मकई का इतना बड़ा ऑर्डर एग्रीफीडर की टीम के अथक प्रयास और बिहार के किसानों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है.किसानों को सर्वोत्तम अवसर देने का किया जा रहा प्रयास
दक्षिण भारत की प्रतिष्ठित कंपनी के साथ साझेदारी करके एग्रीफीडर के कर्मी उत्साहित हैं. मानते हैं कि यह बिहार के कृषि क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है. हम अपने किसानों को सर्वोत्तम संभव अवसर प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. यह ऑर्डर बिहार के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए प्रेरणास्रोत है और यह दर्शाता है कि स्थानीय कंपनियां नवाचार और समर्पण के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त कर सकती है.
रेल रैक के माध्यम से की जायेगी मक्के की आपूर्ति
रमण कुमार ने बताया कि पीरपैंती से रेल रैक के माध्यम से मक्के की ढुलाई होगी. यह पहली स्थानीय कंपनी है, जो इस पैमाने पर रेल रैक लोडिंग का संचालन करेगी, जिससे परिवहन की दक्षता बढ़ेगी और लागत कम होगी. 40 बोगी के एक रैक से मक्का की ढुलाई होगी. 2500 मैट्रिक टन मकई का ऑर्डर बिहार स्टार्टअप में अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है. 30 मई तक आपूर्ति कर दिया जाना है. इस महत्वपूर्ण समझौते से भागलपुर समेत बिहार के मक्का किसानों को अत्यधिक लाभ होगा. इससे किसानों को उपज का उचित और लाभकारी मूल्य मिलेगा.इथेनॉल व मुर्गीदाना तैयार करने में होगा इस्तेमाल
रमण कुमार ने बताया कि मक्का की इतनी बड़ी मात्रा इथेनॉल प्रोडक्शन व मुर्गीदाना तैयार करने में इस्तेमाल किया जायेगा. पहले किसानों से बिचौलिये द्वारा लिये गये माल का कभी-कभी गुणवत्ता खराब होने का हवाला देकर महाजन पूरी कीमत गटक जाते थे. स्टार्टअप व कंपनी के जरिये उचित मूल्य मिलेगा. पहले ही क्वालिटी की जांच हो जायेगी. किसानों का पैसा नहीं फंसेगा. साथ ही किसानों के उत्पादित मक्के की हार्वेस्टिंग उच्च तकनीक से कम लागत में करायी जायेगी, ताकि किसानों को मुनाफा अधिक हो और हार्वेस्टिंग में लागत कम आये. क्वालिटी मेंटेन कराया जायेगा.
बॉक्सबॉलीवुड अदाकारा नीतू चंद्रा कर रही हैं सहयोग
रमण कुमार ने बताया कि लेमन ग्रास टी के दीवाने तो अब देशभर के लोग हैं. इतनी डिमांड है कि अमेजन, फ्लिपकार्ट, माई स्टोर जैसे ई-कॉमर्स के जरिये बिक्री हो रही है, तो खादी मॉल, दिल्ली कनॉट प्लेस के बिहार एंपोरियम व सुपर मार्केट में इस प्रोडक्ट को जगह मिली है. अब बिहार मूल के यूएस बेस्ड के इंवेस्टर जुड़ गये हैं. लोगों की डिमांड के अनुसार छह फ्लेवर में लेमन ग्रास टी व छह फ्लेवर सत्तू तैयार किये गये हैं. गुड़, कतरनी चावल, परवल पर इनोवेशन शुरू हो गया है. गल्फ कंट्री व यूरोपीय देशों में इन चीजों की काफी डिमांड है. उनके संस्थापक सदस्यों में बॉलीवुड अदाकारा नीतू चंद्रा भी शामिल हैं. उनका भरपूर सहयोग मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है