तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी अंग्रेजी विभाग के बाहर गुरुवार को शिक्षकों दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गया था. दोनों गुटों ने एक-दूसरे को देख लेने और जान से मारने तक की धमकी दे दी थी. एक-दूसरे पर हाथ छोड़ने का भी आरोप था. दूसरे शिक्षकों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया था. यह मामला शुक्रवार को अनुशासनिक और कानूनी कार्रवाई की मांग तक पहुंच गया. दोनों पक्षों की ओर से शिक्षकों ने टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य को आवेदन सौंपे हैं. दरअसल, पीजी अंग्रेजी विभाग में नियुक्त नये शिक्षकाें काे गुटबाजी की राजनीति से दूर रहने की सलाह पर यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट टीचर्स एसोसिएशन (यूडीटीए) के सचिव विवेक हिंद व टीएनबी काॅलेज शिक्षक संघ के सचिव सह टीएमबीयू के सिंडिकेट सदस्य निर्लेश कुमार के बीच विवाद हुआ था. दोनों तरफ से एक-दूसरे काे देख लेने व जान से मारने की धमकी दी गयी. एक-दूसरे पर हाथ छाेड़ने का प्रयास करने का आरोप भी लगाया गया है. दूसरे शिक्षकों के बीच-बचाव के बाद मामला को शांत कराया गया. शिक्षकों के हंगामा सूचना पर आसपास के पीजी विभाग के शिक्षक व छात्र-छात्राओं की भीड़ लग गयी.
हिंसात्मक प्रवृत्ति कॉलेज के माहौल के लिए सही नहीं : रविशंकर
टीएनबी काॅलेज के शिक्षक डाॅ रविशंकर चाैधरी ने प्रभारी प्राचार्य काे आवेदन सौंपा है. जिसमें कहा कि पीजी अंग्रेजी विभाग में हुई घटना के बाद जब वह काॅलेज के स्टाफ रूम में आये, ताे निर्लेश कुमार उन्हें देखते ही आक्रामक इशारे करने लगे. अत्यंत अपमानजनक और अभद्र भाषा का प्रयाेग किया गया. उन्हें जान से मारने की धमकी दी. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी निर्लेश कुमार कई शिक्षकाें के साथ ऐसा कर चुके हैं. उनका अनियंत्रित क्राेध, हिंसात्मक प्रवृत्ति काॅलेज के माहौल के लिए सही नहीं है. लिहाजा उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये.
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