चैत नवरात्रि के छठे दिन सुलतानगंज में मां दुर्गा के कात्यायनी रूप की पूजा हुई. गुरुवार को प्रखंड के विभिन्न मंदिरों में सुबह से ही पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी. भक्तों ने विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा. संध्या आरती को लेकर देर शाम चैती दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. मूर्तिकार प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हैं. पूजा समिति की ओर से मंदिर का आकर्षक सजावट किया जा रहा है. मां का पट खुलते ही कल शनिवार को महाअष्टमी पर भक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ेगी. नयी दुर्गा स्थान चौक बाजार, पीपरा, मसदी, शाहाबाद, मोतीचक, आभा रतनपुर, अकबरनगर, खेरैहिया आदि स्थानों पर चैती दुर्गा पूजा को लेकर आयोजन समिति ने पूरी तैयारी की है.
सुलतानगंज में छह अप्रैल को निकलेगी भव्य शोभायात्रा
राम व हनुमान मंदिर में रामनवमी को लेकर तैयारी तेज कर दी गयी है. मंदिर का रंगरोगन व सजावट के साथ पंडाल निर्माण हो गया है. सुलतानगंज में छह अप्रैल को रामनवमी पर अजगैवीनाथ धाम युवा समिति की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी. शोभायात्रा कृष्णगढ़ हनुमान मंदिर से शुरू होकर सुलतानगंज के विभिन्न इलाकों में भ्रमण करेगी. अपर रोड, चौक बाजार, घाट रोड, थाना रोड, स्टेशन रोड का भ्रमण को लेकर पूरे शहर में झंड़ा लगाया गया है. समिति के सदस्यों ने बताया कि शोभायात्रा में शामिल होने के लिए सभी लोगों को आमंत्रित किया गया है. गुरुवार को गंगा स्नान करने वालो की काफी भीड़ देखी गयी. बाबा अजगैवीनाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालुओ ने पूजा अर्चना किया. कई कांवरिया गंगा जल लेकर बाबाधाम रवाना हुए.दान हमेशा छिपा कर करना चाहिए : स्वामी विनोदानंद सरस्वती
रामचरितमानस नवाह परायण यज्ञ एवं राम कथा की अमृत वर्षा के 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह घाट ठाकुरबाड़ी नवगछिया में मनाया जा रहा है. समारोह में पांचवें दिन कथा के दौरान राम जन्मोत्सव मनाया गया. भक्तों के बीच ट्रॉफी बांटी गयी. मिठाइयां एवं खिलौने, बैलून से राम कथा का पंडाल सजाया गया. एक-दूसरे ने राम जन्मोत्सव की बधाई दी. प्रयागराज से आये स्वामी विनोदानंद सरस्वती ने कहा कि दुनिया में हम अकेले आये हैं, अकेले जाना है, तो घमंड किस बात का करें. हमें हमेशा गुप्त दान करना चाहिए. दान दिखा कर नहीं, दान छिपा कर देना चाहिए. दान करो जप करो तप करो छिपा कर करो. मन दुनिया से दुखी हो तो गुरु के शरण में जाना सच्चे मन से. जिस दिन हम अपने गुरु को समर्पित कर देंगे उस दिन से गुरु की जिम्मेदारी हो जाती है.कथा के दौरान उन्होंने तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है प्यारी प्यारी है ओ मां ओ मां…. मोह आन मिलो घनश्याम बहुत दिन बीत गये राधा की अखियां के प्यारे मेरे भी बन जाओ सहारे… प्रवचन में छायी है बहार बधाई होवे बधाई होवे आदि भजनों से श्रोताओं को खूब झुमाया. सचिव शिव जायसवाल ने बताया कि राम कथा छह अप्रैल रविवार तक होगी. नवाह पारायण सात अप्रैल सोमवार तक होगा. आयोजन को सफल बनाने में सचिव शिव जायसवाल, अध्यक्ष दिनेश सरार्फ आदि लगे हुए हैं.
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