बीए की छात्रा आरती हत्याकांड में मृतक के परिजन सीएम नीतीश कुमार को आवेदन देकर सीबीआई जांच की मांग की. मृतक छात्रा के पिता किशोरी मंडल ने मुख्यमंत्री को आवेदन दिया है. बताया कि आरती 30 मई को एक बजे अपने घर चापर दियारा से जीबी कॉलेज नवगछिया के लिए निकली थी, जब शाम तक वापस नहीं लौटी, तो उसी दिन रंगरा थाना सहित अन्य पुलिस उच्चाधिकारियों को लापता होने की सूचना दी. सूचना देने पर भी पुलिस ने अनसुना कर दिया, जबकि उसका मोबाइल नं०-8235364050 (72) घंटे तक खुला था. रंगरा थाना ने एक जून को प्राथमिकी दर्ज की. आरती का शव तीन जून को मकई के खेत में मिला. खेत में उसकी साइकिल तथा कॉलेज का कागजात पड़ा हुआ था. साक्ष्य छुपाने के लिए अपराधियों ने उनके चेहरे पर किसी तरह का केमिकल छिड़क दिया था, जिससे उसका चेहरा और सिर का बाल खत्म हो गया था. आरक्षी अधीक्षक ने प्रेस रिलीज में कहा कि इस कांड के आलोक में पकड़े गये एक अपराधी के कबूलने पर हत्या का केस दर्ज हुआ है. उसने शादी के लिए राजी नहीं होने पर आरती कुमारी का गला दबा कर हत्या कर मकई खेत में छोड़ दिया. क्या एक लड़का इतनी सी बात पर अकेले 19 वर्षीया लड़की की हत्या कर मकई के खेत में छुपा सकता है. छात्रा का चेहरा वीभत्स काला नजर आ रहा था और पैर में भी जख्म था. इस हत्या के बाद मेरा पूरा परिवार डरा सहमा है कि मेरे या मेरे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कोई अनहोनी घटना न घट जाय. मुझे तथा मेरे परिवार के जानमाल की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए. सीबीआई से जांच करवा कर आरोपित को फांसी की सजा दिलवायी जाए.. आरती कुमारी की हत्या के बाद उसके दिव्यांग भाई को सरकारी नौकरी तथा 50 लाख रुपये मुआवजा देने की कृपा की जाएं.
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