पेंशनर संघर्ष मंच के सह संयोजक अमरेन्द्र झा ने बयान जारी कर कहा कि विवि के पेंशनरों के लिए निर्गत ऑफिस आर्डर तत्काल विवि प्रशासन वापस ले. कहा कि आखिर ये सर्टिफिकेट सिर्फ पेंशनरों के पेमेंट फाइलों पर ही क्यों मांगी जा रही है. कहा कि तीन दशकों में पूर्व किसी भी कुलपति द्वारा पेंशनरों के पेमेंट मामले में इस प्रकार का ऑफिस आर्डर निर्गत नहीं किया गया था. इस आर्डर के कारण पेंशनरों का दो माह से सेलेरी, एरियर्स, पेंशन पेमेंट का फाइल अटका पड़ा है. ऐसे में पेंशनर व फेमिली पेंशनर प्रतिदिन विवि का चक्कर लगा रहे हैं. कुलपति के आदेश से विगत 30 अप्रैल को मात्र पेंशनर के सैलरी एरियर्स व पेंशन के पेमेंट प्रपोजल मामले में एसओ से एफए तक को ” मेरे द्वारा दिए गए पेमेंट प्रपोजल बिल्कुल सही है ” का व्यक्तिगत सर्टिफिकेट देने संबंधी निर्गत ऑफिस आर्डर (105/2025) पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजभवन के द्वारा नियुक्त एफए और एफओ को कुलपति द्वारा इसके दायरे में लाया जाना राजभवन के निर्देशों की खुली अवमानना है.
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