विधवा, दिव्यांग, गंभीर बीमार को नहीं दी गयी प्राथमिकता
रवि शंकर ने कहा कि विधवा, दिव्यांग, गंभीर रूप से बीमार, पति-पत्नी जैसे संवेदनशील मामलों को प्राथमिकता नहीं दी गई. कई मामलों में सदर अनुमंडल में कार्यरत पति को छोड़ पत्नी को नवगछिया या पिरपैंती जैसे सुदूर क्षेत्रों में भेज दिया गया. कहा कि कई विद्यालयों में अब भी रिक्तियां मौजूद हैं, बावजूद शिक्षकों को बिना विचार के स्थानांतरित किया गया. संघ ने मांग की है कि श्रेणी एक से छह के शिक्षकों के मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और उन्हें उनके विकल्प वाले विद्यालयों में स्थानांतरित की जाये. इस बाबत रविशंकर ने एमएलसी संजीव सिंह, डॉ एनके यादव और जिलाधिकारी को आवेदन देकर मामले की जांच करने की मांग की है.
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