– छात्र-छात्राओं ने कहा, मामले में मारवाड़ी कॉलेज प्रशासन द्वारा विवि भेजा जाता है, विवि आने पर कॉलेज भेजा जाता है
वरीय संवाददाता, भागलपुर
मारवाड़ी कॉलेज के स्नातक सेमेस्टर वन के विद्यार्थी बड़ी संख्या में सोमवार को एनईपी हटाने व सेमेस्टर टू में परीक्षा फॉर्म भरवाने की मांग को लेकर विवि पहुंचे थे. मामले को लेकर छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नियंत्रक से मिल कर वार्ता किया. छात्रों का कहना था कि जिन छात्र-छात्राओं को एनईपी लगाया गया है. उन्हें प्रमोट करते हुए सेमेस्टर टू का परीक्षा फॉर्म भरने का मौका दें. हालांकि वार्ता के क्रम में विद्यार्थी व परीक्षा नियंत्रक के बीच मामूली रूप से बहसबाजी भी हो गयी. दूसरी तरफ परीक्षा नियंत्रक डॉ कृष्ण कुमार ने राजभवन से भेजे गये रेगुलेशन का हवाला देते हुए विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी. वहां से विद्यार्थी रजिस्ट्रार से भी मिले. मामले में जानकारी दी.परीक्षा बोर्ड के निर्णय के इंतजार में हो जायेगी देरी, पार्ट टू का नहीं भर पायेंगे परीक्षा फॉर्म
छात्रों ने बताया कि मामले को मारवाड़ी कॉलेज प्रशासन द्वारा विवि भेजा जाता है. विवि आने पर कॉलेज भेजा जाता है. उनलोगों की सुनवाई नहीं हो रही है. छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. छात्रों ने बताया कि करीब 20 छात्र-छात्राओं को इंटरनल परीक्षा में आधा अंक, एक व दो अंक से फेल किया गया है. वार्ता में परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि मामले को परीक्षा बोर्ड में रखा गया हे. छात्रों का कहना था कि विवि से बताया जा रहा है कि परीक्षा बोर्ड की बैठक नये कुलपति के आने के बाद निर्णय लिया जायेगा. देरी के कारण वे लोग सेमेस्टर टू का परीक्षा फॉर्म नहीं भर पायेंगे. उनका एक साल बर्बाद चला जायेगा. वहीं, मारवाड़ी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो एससी राय ने कहा कि बहुत छात्र-छात्राओं का एनईपी जांच करने पर सुधार कर दिया गया है. अब वे छात्र-छात्राएं सेमेस्टर टू का परीक्षा फॉर्म भर सकते हें. कुछ छात्रों के मामले को भी देखा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है