भागलपुर. शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की फर्जी उपस्थिति को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. विभाग ने निर्देश जारी कर कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति अब ई-शिक्षा कोष एप पर अनिवार्य है. इसी के आधार पर वेतन भुगतान किया जायेगा. शैक्षणिक कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए यह व्यवस्था पिछले वर्ष से लागू है. बावजूद अगर कोई शिक्षक एप पर गलत तरीके से उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं तो यह विभागीय नियमों का उल्लंघन है. साथ ही यह कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता का उदाहरण है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एसएसए के अनुसार हर सप्ताह एक दिन सभी प्रखंडों के पांच-पांच शिक्षकों की उपस्थिति रैंडम तरीके से जांच की जायेगी. जांच में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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