नगर परिषद सुलतानगंज में आपसी खींचतान के बीच विकास कार्य पर ग्रहण लग चुका है. चार माह से कोई भी बैठक नहीं हुई है. नगर परिषद का अब तक बजट पारित नहीं हो सका है. इसे लेकर पार्षद ने बताया कि बजट बैठक नहीं होने से कोई भी विकास कार्य इस वित्तीय वर्ष में कैसे होगा, इस पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. श्रावणी मेला के शुरू होने में 40 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारी को लेकर एक भी बैठक नहीं हुई.
संवैधानिक बैठक पूर्व में हुई थी, इसमें मार्गदर्शन को लेकर विभाग द्वारा पत्र ईओ ने मांगा था. अब तक बैठक नहीं होना और विकास कार्य बाधित होना पार्षद की अनदेखी और लोकतंत्र की हत्या है. एक तरफ बैठक बुलाते हैं, तो दूसरी ओर बैठक की मान्यता नहीं देते हैं.संजय कुमार चौधरी, पार्षद सह सशक्त स्थाई समिति सदस्य
सामान्य बोर्ड की बैठक के मार्गदर्शन विभाग से आने के बाद ईओ द्वारा बैठक की बात कही गई है. नगर के चहुंमुखी विकास और श्रावणी मेला को देखते हुए जनता के हित में मार्गदर्शन मांगा कर जल्द बैठक बुलाने से ही समस्या का समाधान हो सकता है. 31 मार्च तक बजट पारित हो जाना चाहिए था.नवीन कुमार बन्नी, संजय कुमार चौधरी, पार्षद सह सशक्त स्थाई समिति सदस्य
सामान्य बोर्ड की बैठक के प्रस्ताव में छेड़छाड़ के वजह से आजतक फाइनल नहीं हुआ है. उसकी कॉपी पार्षदों को आज तक नहीं दिया गया है. बैठक में सभी वार्डों का योजना भी दिया गया था. जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति देना था. जो अबतक नहीं हुआ है.
रामानंद पासवान, पार्षद, वार्ड संख्या-18
जनहित की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. बजट बैठक नहीं बुलाने से कई कार्य प्रभावित हैं. सड़क, नाला निर्माण के साथ पेय जलापूर्ति की भी समस्या नगर परिषद क्षेत्र में है. उसका समाधान नहीं हो पाया है. एनआइटी के माध्यम से 28 वार्ड में योजना का कार्य प्रभावित है.मोहम्मद इजरायल, पूर्व पार्षद
बैठक नहीं होने से कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है. बजट नहीं होने से भुगतान में तकनीकी समस्या आ रही है. मेला कार्य प्रभावित है. सभापति बैठक नहीं बुला रहे हैं, कर्तव्य से पीछे भाग रहे हैं. इसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग में किया गया है.नीलम देवी, उप मुख्य पार्षद
30 सितंबर 2024 व 28 जनवरी 2025 को हुई सामान्य बोर्ड की बैठक में कई कार्यालय के अनियमितता पर अंकुश लगाने के प्रस्ताव स्वीकृत की गयी है. 28 जनवरी को सामान्य बोर्ड की बैठक प्रस्ताव चार के अन्यान्य तीन में नियमानुसार वार्ड वार शिविर लगाकर बजट प्राक्कलन तैयार करने की स्वीकृति प्रदान की गयी है. कार्यालय के अनियमितता को दबाने व छुपाने के लिए दोनों प्रस्ताव के विभागीय मार्गदर्शन की मांग की गयी है. मेरे द्वारा कई बार पत्र से कार्यपालक पदाधिकारी से अनुरोध किया गया कि मार्गदर्शन उपलब्ध कराकर बैठक सुनिश्चित की जाय, लेकिन मार्गदर्शन आज तक अप्राप्त है.
राजकुमार गुड्डू, मुख्य पार्षद
बैठक नहीं होने से बजट पारित नहीं हुआ है. बैठक सभापति करते हैं. बजट पारित होना आवश्यक है. इस वित्तीय वर्ष में कोई भी खर्च बिना बजट के करने में कठिनाई है. पूर्व के बैठक के विभाग द्वारा मार्गदर्शन के बाद ही बैठक करने की बात कही गई है.मृत्युंजय कुमार, ईओB
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