होली के अवसर पर विधि-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए संयुक्त आदेश जारी कर जिला प्रशासन ने पदाधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी का निर्धारण कर दिया था. इस दौरान पदाधिकारियों व कर्मचारियों की जगह-जगह लगी ड्यूटी की जांच के लिए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी थी. जांच के दौरान अलग-अलग जगहों पर 30 पदाधिकारी व कर्मी अनुपस्थित पाये गये. डीएम ने ऐसे सभी पदाधिकारियों व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण की मांग की है. एक दिन का वेतन स्थगित कर दिया गया है. डीएम ने स्पष्ट कहा है कि ऐसे आरोपितों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही तक संचालित की जा सकती है.
आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता ने 13 मार्च को निरीक्षण किया था. चार पदाधिकारियों की उपस्थिति पंजी में उपस्थिति दर्ज पायी गयी. लेकिन वे अनुपस्थित थे. इस पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंसार आलम, पथ प्रमंडल के लिपिक उमर फारुख, जिला निर्वाचन कार्यालय के परिचारी अनिरुद्ध प्रसाद यादव व डीइओ कार्यालय के गौतम कुमार से शोकॉज किया गया है.
जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी पदाधिकारी ने 13 मार्च को निरीक्षण किया था. 16 पदाधिकारियों व कमिर्यों को अनुपस्थित पाया गया. इस पर पीएचइडी पूर्वी के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार सुमन, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सोनू कुमार भगत, नगर निगम के कनीय अभियंता राकेश कुमार, सन्हौला स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सरफराज नवाज अंसारी, नवगछिया प्रखंड कार्यालय के लिपिक मो मोजाहिद आलम, सदर अस्पताल के लिपिक मो चांद खान, सुलतानगंज के पंचायत रोजगार सेवक आदित्य रंजन, किसान सलाहकार मो हिफजुर रहमान, गोराडीह के ग्रामीण आवास सहायक मो आकाश खान, इएमटी तमजीन आलम, जिला शिक्षा कार्यालय के लेखा सहायक मो नुरुल फैज, सुलतानगंज के पंचायत रोजगार सेवक विकास आनंद, जगदीशपुर के किसान सलाहकार मो खुर्शीद अहमद, नाथनगर के ग्रामीण आवास सहायक मो खुर्शीद खान व एंबुलेंस चालक तुफानी कुमार से शोकॉज किया गया है.
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