-संबंध भागलपुर की ओर से 10 दिवसीय नाट्य अभिनय कार्यशाला का शुभारंभ
वरीय संवाददाता, भागलपुर
संबंध भागलपुर की ओर से गुरुवार को खंजरपुर स्थित एक शिक्षण संस्थान में 10 दिवसीय नाट्य अभिनय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ. शुक्रवार को दूसरे दिन प्रतिभागियों को अभिनय से जुड़ी तकनीकी जानकारी दी गयी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील जैन ने कहा अभिव्यक्ति का नाटक फिल्म से बेहतर और सशक्त माध्यम है. मुख्य वक्ता के रूप में सितार गुरु प्रवीर ने कहा नाटक पंचम वेद है, नाटक में सभी विधाओं का समावेश होता है, इसमें साहित्य,संगीत, नृत्य, क्राफ्ट, चित्र आदि कलाओं का संगम होता है. उद्घाटनकर्ता संजीव कुमार दीपू ने कहा कि नाटक एक संपूर्ण कला है, कार्यशाला से शहर में एक नयी ऊर्जा का प्रवाह होगा, रंगकर्मियों को फायदा होगा, शहर में रंगकर्म को बढ़ावा मिलेगा और रंगकर्म के लिए एक बेहतर माहौल तैयार होगा. मंच संचालन कार्यशाला के निदेशक रितेश रंजन ने किया. कहा कि भागलपुर के युवा रंगकर्मी को इस कार्यशाला से बेहतर काम करने का मौका मिलेगा एवं नई-नई तकनीकी के बारे में जानकारी भी उपलब्ध होगी. आगे कहा कि कार्यशाला में वॉइस एंड स्पीच, बॉडी मूवमेंट,कंसंट्रेशन, ऑब्जरवेशन, इमेजिनेशन, डिक्शन, एक्सप्रेशन के साथ- साथ थिएटर गेम पर काम किया जायेगा. इससे प्रतिभागी के व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास होगा. धन्यवाद ज्ञापन नृत्य गुरु शशिकांत ने किया. कार्यशाला में अमीषा, नितिन, सूर्यांश, आदर्श कुमार, मयंक पांडेय सलमान, प्रेमशंकर कुमार,अमन, आयशा सिंह,आशीष,आयुष झा, शशिकांत, अनुलय, श्रेया, मोनिका, साकेत आदि ने हिस्सा लिया.
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