एनएचएआइ का दावा-सितंबर तक एजेंसी चयनित कर किया जायेगा वर्क आवार्डवरीय संवाददाता, भागलपुर
बिहार से झारखंड जाने वाले प्रस्तावित नये फोरलेन महगामा-एकचारी एनएच 133 की नयी सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से निविदा रद्द कर दी गयी है. हालांकि, दावा किया गया है कि हर हाल में सितंबर तक एजेंसी चयनित कर वर्क अवार्ड कर दिया जायेगा. इसके मद्देनजर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लायी है. साथ ही अगले एक माह के अंदर दोबारा निविदा जारी कर एजेंसी चयन की प्रक्रिया अपनायी जायेगी. टेंडर का टेक्निकल बिड खोलने से पहले ही निविदा रद्द कर दी गयी है. फोरलेन का निर्माण 1006 करोड़ की राशि से होना है. यह करीब 27.25 किमी में बनेगा. भागलपुर जिले में एकचारी की ओर इसकी लंबाई 14.70 किमी होगी. यह हिस्सा ग्रीनफील्ड है. यानी, नये अलाइनमेंट पर फोरलेन बनेगा. इसमें एक भी मकान नहीं टूटने वाला है. इसके लिए 603 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण व 403 करोड़ रुपये फोरलेन निर्माण कार्य में खर्च किये जायेंगे. पूरा प्रोजेक्ट ढाई वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है.मिनिस्ट्री से गजट प्रकाशित, भूस्वामियों को आपत्ति दर्ज कराने का मिला मौका
महगामा-एकचारी नया फोरलेन के लिए भागलपुर जिला अंतर्गत जमीन का अधिग्रहण होना है. कहलगांव के धनौरा, रामपुर बरहरा, रसूलपुर, एकचारी एवं सन्हौला के सनोखर के 176 जगहों की जमीन ली जानी है. अधिग्रहण के लिए भूस्वामियों की जमीन को चिह्नित कर लिया गया है. चिह्नित जमीन में कुछ जगहों पर सरकारी जमीन भी है. अधिकांश निजी जमीन में धनहर व भीठ प्रकार की है. इसके लिए मिनिस्ट्री से गजट प्रकाशित की गयी है. साथ ही भूस्वमियों को इस पर आपत्ति जताने का मौका दिया गया है. एनएचएआइ का दावा है कि नया अलाइनमेंट से संबंधित कोई आपत्ति नहीं आयी है. यानी, जमीन अधिग्रहण संबंधी थ्री-एक की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. थ्री-डी की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. यानी, जमीन अधिग्रहण में थ्री-डी का मतलब भूमि अधिग्रहण के लिए घोषणा है. यह भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया का एक चरण है, जिसमें सरकार भूमि का अधिग्रहण करने की घोषणा करती है और लोगों को आपत्ति दर्ज कराने का मौका देती है.हाइवे निर्माण एक नजर में
फोरलेन: महगामा से एकचारी तकलंबाई : 27.25 किमीभागलपुर तरफ: 14.30 किमीझारखंड तरफ : 12.95 किमीलागत : 1006 करोड़ रुपयेभूमि अधिग्रहण : 603 करोड़ रुपयेफोरलेन निर्माण पर खर्च: 403 करोड़ रुपये
कोट
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं होने से निविदा को रद्द कर दी गयी है लेकिन, अगले महीने तक फिर से निविदा जारी की जायेगी. दरअसल, सितंबर तक में एजेंसी चयन कर वर्क अवार्ड करने का टारगेट है. इस बीच जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी हो जायेगी. इसमें अभी तेजी आयी है. थ्री-एक की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. थ्री-डी की प्रक्रिया अपनायी जा रही है. लोगों को आपत्ति दर्ज कराने का मौका दी गयी है. नया अलाइनमेंट से संबंधी अबतक भूस्वामियों की ओर से कोई आपत्ति नहीं आयी है.शरद कुमार सिंह,
प्रोजेक्ट डायरेक्टरएनएचएआइ, साहिबगंजडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है