= राशि दिलाने की मांग को लेकर अनशन का बीत गया चार दिन
प्रतिनिधि, सबौर
पिछले वर्ष गंगा नदी में विलीन हो चुके गृह स्वामियों को पिछले वर्ष ही सरकारी अधिकारियों द्वारा मुआवजा राशि देने की बात कही गयी थी. पीड़ित परिवारों को अधिकारियों द्वारा सूची के साथ चिट्ठी भी दी गयी थी लेकिन अब तक मात्र 10-12 परिवारों को ही सरकारी सहायता राशि मिली है. बहुत से ऐसे परिवार हैं जिन्होंने अपना घर तो खोया ही दूसरी जगह कहीं घर बना कर रहने के लिए जमीन भी नहीं है. ऐसे परिवारों को जहां-तहां जीवन यापन करना पड़ रहा है या यूं कहें कि उनकी मजबूरी भी है कि जाएं तो जाएं कहां. सामाजिक कार्यकर्ता आशीष कुमार मंडल, शंकरपुर पंचायत के पूर्व मुखिया राजेश कुमार एवं ग्रामीण जनप्रतिनिधि इस हक की लड़ाई के लिए ग्रामीणों के साथ हैं.आशीष कुमार मंडल ने बताया कि पीड़ित परिवारों को जब तक मुआवजा राशि नहीं दी जायेगी, तब तक हमारा अनशन जारी रहेगा. अनशन का चौथा दिन बीत गया है. 24 घंटे में सिर्फ एक बार नमक और पानी पीता हूं लेकिन कोई भी सरकारी अधिकारी अब तक ग्रामीणों के हाल को जानने नहीं पहुंचे. हां, डॉक्टर ने आकर मुझे देखा एवं मेरी स्वास्थ्य जांच की है. इन चार दिनों में हमारी हालत जैसी भी हो इसकी मुझे कोई परवाह नहीं है.
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